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बीपी-शुगर में नियंत्रण के लिए रोजाना चालीस मिनट करें व्यायाम

आज की व्यस्त दिनचर्या की वजह से लोगों का ब्लड प्रेशन व शुगर अनियंत्रित हो रहा है। अब यह बीमारियां कम उम्र के बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही हैं। शुगर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह सबसे तेजी से बढ़ रही बीमारी है। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो डाक्टर में पहुंचे फिजिशियन डा. उमेश श्रीवास्तव का कहना है कि दिनचर्या में बदलाव व रोजाना चालीस मिनट का व्यायाम करने से इन बीमारियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। डा. उमेश ने कहा कि आज लोगों के पास पैसा है कि लेकिन खुद के लिए समय नहीं है। इन बीमारियों से बचना है कि शारीरिक मेहनत भाग-दौड़ को जिदगी का अनिवार्य हिस्सा बनाएं। खानपान में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां फल और सलाद लेना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 11:10 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 11:10 PM (IST)
बीपी-शुगर में नियंत्रण के लिए रोजाना चालीस मिनट करें व्यायाम
बीपी-शुगर में नियंत्रण के लिए रोजाना चालीस मिनट करें व्यायाम

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : आज की अनियमित दिनचर्या की वजह से लोगों का ब्लड प्रेशर व शुगर अनियंत्रित हो रहा है। अब यह बीमारियां कम उम्र के बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही हैं। शुगर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह सबसे तेजी से बढ़ रही बीमारी है। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डाक्टर में पहुंचे फिजिशियन डा. उमेश श्रीवास्तव का कहना है कि दिनचर्या में बदलाव व रोजाना चालीस मिनट का व्यायाम करने से इन बीमारियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। डा. उमेश ने कहा कि आज लोगों के पास पैसा है कि लेकिन खुद के लिए समय नहीं है। इन बीमारियों से बचना है कि शारीरिक मेहनत, भाग-दौड़ को जिदगी का अनिवार्य हिस्सा बनाएं। खानपान में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और सलाद लेना चाहिए। पाठकों के सवाल-जवाब के प्रमुख अंश निम्नलिखित है। सवाल : शुगर की समस्या हो गई है, इसका मानक क्या है।

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जवाब : इसके लिए सबसे पहले आप अपने खून की जांच कराइए ताकि यह पता चल सके इस समय शुगर का लेवल कितना है। इसके बाद उचित दवाइयां लेनी चाहिए। जहां तक शुगर का मानक की बात है कि तो जांच के दौरान सारी बातें बताई जाएंगी।

सवाल : अभी-अभी पेट में पथरी का आपरेशन कराया है, क्या सावधानी बरतनी है।

जवाब : पथरी का आपरेशन कराएं हैं तो इस समय बेड रेस्ट लीजिए। खानपान में तैलीय चीजों का सेवन एकदम बंद करना होगा। बाजार की कोई भी चीज न खाएं तो बेहतर होगा। भोजन में फलों की संख्या बढ़ाएं। हल्की व सुपाच्य चीजों का ही सेवन करें, फायदा होगा।

सवाल : दाहिने हाथ में दर्द होता है, क्या करुं।

जवाब : हाथ में पहले कभी चोट लगी हो या न लगी हो तब भी किसी फिजियो थैरेपिस्ट से मिलकर चेकअप कराइए। हाथ में दर्द क्यों को रहा है इसकी जानकारी के बाद उचित दवा लेने से यह ठीक हो जाएगा। मंडलीय चिकित्सालय में किसी भी कार्य दिवस पर आकर दिखा सकते हैं।

सवाल : स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई जागरुकता कैंप लगता है।

जवाब : जनपद के प्रत्येक सीएचसी-पीएचसी पर बारी-बारी से कैंप लगाया जाता है। जिला अस्पताल की टीम जगह-जगह पहुंचती है और शुगर, बीपी की नि:शुल्क जांच की जाती है। आपके क्षेत्र में भी इसकी जानकारी सीएचसी या पीएचसी से ली जा सकती है। यह कैंप कई तरह की जांच सुविधाएं देता है साथ ही बीमारियों से बचाव की जानकारी भी दी जाती है।

सवाल : ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ता जा रहा है, कोई उपाय बताएं।

जवाब : बीपी की रेगुलर दवा खानी शुरू करें। इससे पहले मंडलीय अस्पताल आकर अपनी जांच कराएं व डाक्टर से सलाह लें। जहां तक बचाव की बात है तो रोजाना 40 मिनट की कसरत को दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाएं।

सवाल : ग्रामीण क्षेत्र में नीम हकीम की भरमार है। इन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।

जवाब : लोगों के इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पतालों संचालित हो रहे हैं। जनता खासकर ग्रामीण इन स्थानों पर इलाज कराए। अनावश्यक झोलाझाप या नीम हकीम के पास न जाएं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आए दिन अभियान चलाकर कार्रवाई करती है।

सवाल : मौसम का बदलाव हो रहा है, ऐसे में क्या सावधानी बरतें।

जवाब : अब गर्मी शुरू हो चुकी है इसलिए पानी पर विशेष ध्यान दें। शुद्ध जल पीएं, ताजा जल पीएं। दिन में कई बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी पीने से शरीर स्वस्थ रहेगा। धूप से बचने के उपाय अपनाएं। कहीं धूप से आएं तो तो मुंह और आंखों को ठंडे पानी से धोएं।

सवाल- जब भी बाहर निकलता हूं नाक जाम हो जाती है, सांस लेने में दिक्कत होती है।

जवाब- सबसे पहले आप इस्नोफिलिया की जांच कराएं और दवा शुरू करें। इसमें ज्यादा देर भी नहीं करनी चाहिए अन्यथा यह बढ़ती जाती है। मंडलीय चिकित्सालय में आकर जांच व दवा ले सकते हैं।

--------------------------------------------- इन्होंने पूछे सवाल

- प्रवीण तिवारी, ड्रमंडगंज

- अखिलेश सिंह, जमुआं

- नवीन, बामी, लालगंज

- डा. पुष्पेंद्र सिंह, सिरसी गहरवार

- शशांक चतुर्वेदी, चौबे टोला

- अनूप शुक्ला, दुनाई

- चंद्रकांत उपाध्याय, बधवां

- हीरामणि यादव, मड़िहान

- राजनारायण पटेल, अहरौरा


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