कोरोना संक्रमित परिजनों समेत 71 का लिया स्वैब
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को गोरखी गांव में कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजनों समेत कुल 71 लोगों का स्वैब जांच किया गया। कोरोना संक्रमित युवक को मंगलवार की देर शाम एंबुलेंस से आइसोलोशन वार्ड लाया गया था। कोरोना संक्रमित मरीज की पत्नी और चार पुत्रियों सहित उसके परिवार के चौदह सदस्यों का स्वैब जांच किया गया।
जासं, जमालपुर (मीरजापुर) : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को गोरखी गांव में कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजनों समेत कुल 71 लोगों का स्वैब जांच किया गया। कोरोना संक्रमित युवक को मंगलवार की देर शाम एंबुलेंस से आइसोलोशन वार्ड लाया गया था। कोरोना संक्रमित मरीज की पत्नी और चार पुत्रियों सहित उसके परिवार के चौदह सदस्यों का स्वैब जांच किया गया।
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. राजन सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की चार टीम बनाकर आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम और एचएलबी के सदस्यों ने गांव के पांच सौ मीटर की परिधि में कुल 213 घरों का सर्वे किया। एक टीम में कुल तीन सदस्य शामिल थे। सर्वे के दौरान गांव में स्थायी रूप से रहने वाले एक व्यक्ति व बाहर से आए दो प्रवासियों में बुखार इत्यादि का लक्षण दिखाई देने पर स्वैब जांच कराया गया। बाहर से आए नौ प्रवासियों का भी स्वैब जांच कराया गया। स्वैब जांच के स्थान पर एकत्रित सैकड़ों लोगों की थर्मल स्कैनिग भी की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस ने संक्रमित युवक के परिजनों और ग्रामीणों को घर में होम क्वारंटाइन रहने को कहा। संक्रमित युवक के संपर्क में आए चार गांवों के चार युवक
कोरोना संक्रमित युवक के साथ मुंबई से गाड़ी लेकर गुवाहाटी गए और ट्रेन से वापस लौट रहे चार गावों के चार युवकों का मोबाइल नंबर और पिता का नाम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नोट किया। कोरोना संक्रमित युवक के साथ हसौली, बहुआर, देवरीला और घरवाह गांव के युवक साथ आए थे। तबीयत बिगड़ने पर कोरोना संक्रमित युवक के सिर पर गीली पट्टी भी रखे थे। जानकारी होने पर चारों गांवों के लोगों में बेचैनी छा गई।
पुलिस ने गांव के रास्ते को किया लाक
कोरोना संक्रमित मिलने की जानकारी पर चौकी प्रभारी डवक संजय सिंह ने मंगलवार की रात में ही पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर गांव को हाटस्पाट घोषित कर गांव में जाने वाले दो तरफ के रास्ते को बास-बल्ली लगाकर अवरूद्ध कर दिया। गांव को नहीं कराया गया सैनिटाइज
कोरोना संक्रमित युवक मिलने के बाद भी खबर लिखे जाने तक गांव को सैनिटाइज नहीं कराया गया था। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। इस दौरान एचीओ अनुज कुमार वर्मा, बीसीपीएम सच्चिदानंद, डब्ल्यूएचओ मानीटर अनूप पांडेय,ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह,वीरेंद्र सिंह,दिनेश बियार आदि रहे।