शु़रू हुआ सड़क गड्ढामुक्ति अभियान, हुई पै¨चग
सरकार द्वारा यह तय किए जाने के बाद कि जो भी ठेकेदार सड़क बनाएंगे वे अगले पांच वर्ष तक उसका मेंटेनेंस करेंगे। इसका असर दिखाई देने लगा है। रविवार को कछवां महामलपुर मार्ग पर सड़क के गड्ढे भरने का काम शुरू किया गया। इससे अब आम लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और इस मार्ग के गड्ढों से निजात मिल जाएगी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सरकार द्वारा यह तय किए जाने के बाद कि जो भी ठेकेदार सड़क बनाएंगे वे अगले पांच वर्ष तक उसका मेंटेनेंस करेंगे। इसका असर दिखाई देने लगा है। रविवार को कछवां महामलपुर मार्ग पर सड़क के गड्ढे भरने का काम शुरू किया गया। इससे अब आम लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और इस मार्ग के गड्ढों से निजात मिल जाएगी।
करीब छह महीने पहले ही कछवां, महामलपुर कटका मार्ग का निर्माण किया गया था। करीब 8.5 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण में लगभग 2.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे लेकिन बारिश शुरू होते ही कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई और गड्ढे बन गए। इसकी वजह से इस मार्ग से गुजरने वालों को समस्या होती थी। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि सड़क में गड्ढे बनने और क्षतिग्रस्त होने की शिकायत मिली थी। बारिश बंद होने का इंतजार किया जा रहा था, अब इसकी पै¨चग कराकर सड़क को दुरुस्त किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इसी तरह अन्य क्षतिग्रस्त सड़कों की भी मरम्मत कराई जाएगी।
नहीं बनाई जातीं पटरियां
नियमानुसार सड़क निर्माण के साथ ही दोनों तरफ की पटरियां भी बनाई जाती हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादातर सड़कों पर पटरी नहीं बनाई जाती है। इसकी वजह से सड़कें ज्यादा क्षतिग्रस्त होती हैं। भारी वाहनों के आवागमन का दबाव ज्यादा होने से सबसे पहले किनारे से ही सड़क खराब होना शुरू होती है, उसके बाद पूरी सड़क टूट जाती है। अधिकारियों ने बताया कि पटरियों के निर्माण की भी सख्त हिदायत दी गई है।
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'जो भी सड़कें खराब हुई हैं, उनकी मरम्मत उन्हीं ठेकेदारों द्वारा कराई जा रही है। जल्द ही ज्यादातर सड़कें गड्ढामुक्त हो जाएंगी। '
-सत्यप्रकाश पांडेय, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी