मिट्टी की बिगड़ रही सेहत, नहीं चेते तो हो जाएगी बंजर
विध्य क्षेत्र के मिट्टी की सेहत धीरे-धीरे बिगड़ रही है। जनपद के किसान अब भी नहीं चेते तो आगामी दिनों में उर्वरा भूमि को बंजर होने से हम रोक नहीं पाएंगे। जांच के दौरान मीरजापुर की मिट्टी में बोरान सल्फर जीवाश्म कार्बन अर्थात पौधो में वृद्धि वाले तत्व और माइक्रो न्यूट्रिएंट की भारी कमी मिली है। हालांकि शासन-प्रशासन इसको लेकर काफी गंभीर है और इसके लिए सार्थक कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक ब्लाक में एक माडल विलेज का चयन किया गया है। इन गांवों में मृदा का नमूना लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के आधार पर किसानों को खेती करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सुझाव देकर खेती कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विध्य क्षेत्र के मिट्टी की सेहत धीरे-धीरे बिगड़ रही है। जनपद के किसान अब भी नहीं चेते तो आगामी दिनों में उर्वरा भूमि को बंजर होने से हम रोक नहीं पाएंगे। जांच के दौरान मीरजापुर की मिट्टी में बोरान, सल्फर, जीवाश्म कार्बन अर्थात पौधो में वृद्धि वाले तत्व और माइक्रो न्यूट्रिएंट की भारी कमी मिली है। हालांकि शासन-प्रशासन इसको लेकर काफी गंभीर है और इसके लिए सार्थक कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक ब्लाक में एक माडल विलेज का चयन किया गया है। इन गांवों में मृदा का नमूना लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के आधार पर किसानों को खेती करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सुझाव देकर खेती कराया जा रहा है।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत करनपुर सिटी ब्लाक, पुरजागीर मवैया कोन ब्लाक, महानंदपुर मझवां, सरैया कमरघटा पहाड़ी, रामपुर छानबे, बसतराराजा लालगंज, औरा हलिया, हिनौता राजा मड़िहान, रामपुर बरहो राजगढ़, कदवा नरायनपुर, पुरबपट्टी सीखड़ और हाजीपुर जमालपुर का चयन किया गया है। चयनित माडल ग्राम में जोत संख्या के आधार पर मृदा नमूना लेकर जांच कराया गया। जिसमें करनपुर में 253, पुरजागीर में 183, महानंदपुर में 170, सरैया कमरघटा में 305, रामपुर में 109, बसतरा राजा में 140, औरा में 468, हिनौती राजा में 74, रामपुर बरहो में 225, कदवा में 146, पुरबपट्टी में 90 और हाजीपुर में 142 सहित कुल 2305 नमूने लिए गए हैं।
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पायलट प्रोजेक्ट के तहत रबी की फसल से माइक्रो न्यूट्रिएंट का प्रदर्शन किसानों के सामने कराया जाएगा। मिट्टी में माइक्रो न्यूट्रिएंट की कमी को दूर करने के लिए किसानों को अनुदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों को डीबीटी के माध्यम से न्यूट्रिएंट दिया जाएगा।
- डा. अशोक उपाध्याय, उप निदेशक कृषि।
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वर्ष 2018 तक मृदा नमूना - 45793
वर्ष 2018 तक कार्ड वितरण - 228965
वर्ष 2019 में मृदा नमूना - 2305
वर्ष 2019 में कार्ड वितरण - 2305
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मीरजापुर की मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी
- जीवांश कार्बन
- माइक्रो न्यूट्रिएंट
- बोरान
- सल्फर