Move to Jagran APP

टीबी रोगियों की खोज को दूसरे चरण का अभियान आरंभ

सतर्कता - टीबी रोग को हराने के लिए जिले में उतरे 408 सदस्य - लोगों को टीबी के लक्षण व सुवि

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 08:42 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 08:42 PM (IST)
टीबी रोगियों की खोज को दूसरे चरण का अभियान आरंभ

सतर्कता

loksabha election banner

- टीबी रोग को हराने के लिए जिले में उतरे 408 सदस्य

- लोगों को टीबी के लक्षण व सुविधाओं की दी जानकारी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी रोगियों की खोज के लिए दस दिवसीय खोजी अभियान का द्वितीय चक्र शनिवार से आरंभ किया गया। अभियान के तहत 137 (तीन सदस्यीय) टीम एवं 27 सुपरवाइजर के साथ 408 सदस्य टीबी रोगियों की खोज के लिए निकले। जनपद के बुनकर बस्ती, मलिन बस्ती, पहाड़ी एरिया व अन्य पिछड़े शहरी एवं ग्रामीण एरिया के 20 प्रतिशत जनसंख्या के बीच जांच की गई। लोगों को टीबी के लक्षण व सुविधाओं की जानकारी दी गई।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एलएस मिश्रा तथा डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा चील्ह क्षेत्र के दलापट्टी भटेवरा, श्रीपट्टी, बांस स्थान व तिलठी गांव में भ्रमण किया। स्वास्थ्य टीम के कार्यों का मूल्यांकन करने के साथ ही खोजी अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए टिप्स भी दिए। जनपद में टीबी हारेगा देश जीतेगा के लिए गए संकल्प को पूरा करने को प्रेरित किया। सदस्यों से कहा कि हर घर के सदस्यों को टीबी के संपूर्ण लक्षण की जानकारी देनी है। दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आने, खांसी के साथ बलगम व खून आने, वजन में लगातार गिरावट होने, सीने में दर्द बने रहने, रात को अक्सर बुखार आने पर जांच कराने को प्रेरित किया। बताया कि संदेह होने पर घबराएं नहीं। मुफ्त में जांच व इलाज के साथ पूरे इलाज तक रोगी को प्रतिमाह 500 रुपया दिया जाता है। अशोक कुमार सिंह व एसटीएस राजनाथ मौजूद आदि रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.