मां काली को साक्षी मानकर रचाई शादी
लॉकडाउन ने लोगों के नजरिए में बदलाव कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान संपन्न होने वाले विवाह अब लोगों के लिए पारिवारिक समारोह बन गए है। जमालपुर गांव स्थित काली मंदिर परिसर शनिवार को लॉकडाउन के दौरान हुई पारिवारिक शादी का साक्षी बना। वर पक्ष से दूल्हे सहित पांच लोग और वधू पक्ष से वधू सहित सात सम्मिलित हुए। वर और वधू ने मां काली का आशीर्वाद लेकर हिदू विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हुए दांपत्य जीवन में बंध गए।
जासं, जमालपुर(मीरजापुर) : लॉकडाउन ने लोगों के नजरिए में बदलाव कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान संपन्न होने वाले विवाह अब लोगों के लिए पारिवारिक समारोह बन गए है। जमालपुर गांव स्थित काली मंदिर परिसर शनिवार को लॉकडाउन के दौरान हुई पारिवारिक शादी का साक्षी बना। वर पक्ष से दूल्हे सहित पांच लोग और वधू पक्ष से वधू सहित सात सम्मिलित हुए। वर और वधू ने मां काली का आशीर्वाद लेकर हिदू विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हुए दांपत्य जीवन में बंध गए।
वाराणसी के भुल्लनपुर से इंडिगो में आई बरात में दूल्हा मनोज केशरी, उसके पिता राजेंद्र केशरी, भाई राजू केशरी, जीजा अनिल केशरी और एक नाऊ सम्मिलित हुआ। लड़की सोनाली के पिता मुन्ना केशरी ने बताया कि करीब दो माह पूर्व होली के समय 23 मई को शादी होना सुनिश्चित हुआ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक बार शादी होने पर संशय के बादल छा गए लेकिन फिर दोनों पक्षों की आम सहमति से निर्धारित तिथि पर शादी करने का फैसला किया गया। लड़की पक्ष की ओर से पिता के अलावा उसकी माता गीता देवी बुआ सोनी दो बहनें प्रीति और आकांक्षा शामिल हुई। वैवाहिक कार्यक्रम पं. रमाशंकर मिश्रा ने संपन्न कराया। शादी के दौरान वर और वधू के अलावा अन्य लोग मास्क व गमछा से मुंह ढंका हुआ था।