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पेयजल किल्लत से जूझ रहे पटेहरा के ग्रामीण

नक्सल क्षेत्र राजगढ़ में लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहाह ै। इसके चलते लोगों को मवेशियों को औने पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है। क्षेत्र के लाहौरा गंगोदरा पूरहनिया ककरहिया और अतरी पुरवा में 5000 की आबादी है। ग्राम सभा में

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 07:57 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 06:26 AM (IST)
पेयजल किल्लत से जूझ रहे पटेहरा के ग्रामीण

जागरण संवाददाता, (राजगढ़) मीरजापुर : नक्सल क्षेत्र राजगढ़ में लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते लोगों को मवेशियों को औने पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है। क्षेत्र के लाहौरा, गंगोदरा, पूरहनिया, ककरहिया और अतरी पुरवा में 5000 की आबादी है। ग्राम सभा में 85 सरकारी हैंडपंप लगाए गए हैं, लेकिन उसमें से 15 हैंडपंप थोड़ा-थोड़ा पानी दे रहे थे बाकी सभी ने जवाब दे दिया है।

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मगरू यादव ने बताया कि ग्राम सभा में पीने की पानी की परेशानी है। पीने के पानी के लिए ग्रामीणों को पशुओं को पानी नहीं मिल रहा है। अतरी में बाल बस्ती में राम सूरत पाल, भोला पाल बिद, बस्ती के पार्वती देवी, लालती देवी, राजाराम बिद ने बताया कि हमारे बस्ती में 4 क्रशर प्लांट है, जिसकी ब्लास्टिग से हैंडपंप बोर बैठता जा रहा है और जल स्तर दिन पर दिन नीचे खिसकता जा रहा है। लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। ग्रामीण और बच्चे सभी लोग धूल से परेशान हैं और सही समय पर पानी की व्यवस्था नहीं किया गया तो लोग बीमारी की चपेट में आ जाएंगे। सर्दी खांसी सांस की बीमारी धूल अपनी चपेट में ले रही है। प्रधान द्वारा एक टैंकर लगाया गया है। कई ग्रामों में पेयजल किल्लत है। प्रधान राकेश सिंह ने बताया कि लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।


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