खंभा न तार, दिव्यांग के घर बिल भेजा आठ हजार
सरकारी विभागों का काम जरुरतमंदों को योजनाओं का लाभ देना है न कि उनकी पीड़ा बढ़ाना। राजगढ़ ब्लाक के निकरीका गांव के एक गरीब दिव्यांग के परिवारवाले उस वक्त सकते में आए जब उनके घर आठ हजार का बिजली बिल पहुंच गया। आश्चर्य की बात यह कि परिवार को न कनेक्शन मिला है और न ही तार, खंभे लगे हैं फिर भी बिल भेज दिया गया। अब परिवार इस समस्या का समाधान कराने के लिए विभागों की चौखट पर वक्त काट रहा है।
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : सरकारी विभागों का काम जरुरतमंदों को योजनाओं का लाभ देना है न कि उनकी पीड़ा बढ़ाना। राजगढ़ ब्लाक के निकरीका गांव के एक गरीब दिव्यांग के परिवारवाले उस वक्त सकते में आए जब उनके घर आठ हजार का बिजली बिल पहुंच गया। आश्चर्य की बात यह कि परिवार को न कनेक्शन मिला है और न ही तार, खंभे लगे हैं फिर भी बिल भेज दिया गया। अब परिवार इस समस्या का समाधान कराने के लिए विभागों की चौखट पर वक्त काट रहा है।
राजगढ़ ब्लाक के निकरीका गांव निवासी 11 साल की दिव्यांग बेटी रागिनी के पिता निर्मल ने बताया कि आठ जनवरी 2019 को उन्हें आठ हजार का बिजली बिल मिला। घर में न तो कोई कनेक्शन है और न ही बिजली का तार व खंभा ही गड़ा है। जब इसकी शिकायत है राजगढ़ पावर हाउस पर की गई तो मौके पर पहुंचे जेई ने भी जांच पड़ताल की लेकिन अभी समस्या का समाधान नहीं किया गया गया। जहां तक सरकारी सुविधाओं की बात है तो बिजली कनेक्शन तो दूर दिव्यांग के गरीब परिवार को अभी तक ग्राम प्रधान द्वारा प्रधानमंत्री आवास और शौचालय तक नहीं मिला। पुराने शौचालय को कुछ ठीक कराकर नया लुक जरुर दे दिया गया है।
सुविधाओं की बाट जोहती रागिनी
निर्मल की बेटी रागिनी जन्मजात दिव्यांग है। ग्राम प्रधान द्वारा कोई सुविधा नहीं मिलने से परिवार की हालत दयनीय बनी हुई है। रागिनी 11 साल की हो गई है और पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनसिरीया में कक्षा छह की छात्रा है। पिता निर्मल ने बताया कि जब मुलायम ¨सह यादव मुख्यमंत्री थे, उसी समय एक साइकिल मिला था। तब से अब उसे कोई सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिला।