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एएनएम के न रहने से मरीजों को होती है आएदिन परेशानी

क्षेत्र पंचायत नरायनपुर अंतर्गत मातृ शिशु कल्याण उपकेंद्रों पर एएनएम के निवास न करने से गर्भवती महिलाओं की समुचित देखभाल नहीं हो पा रही है। वहीं बने भवनों की साफ-सफाई एवं देखभाल न होने से भवन की हालत जीर्ण शीर्ण हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 07:04 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 07:04 PM (IST)
एएनएम के न रहने से मरीजों 
को होती है आएदिन परेशानी
एएनएम के न रहने से मरीजों को होती है आएदिन परेशानी

जासं, अदलहाट (मीरजापुर) : क्षेत्र पंचायत नरायनपुर अंतर्गत मातृ शिशु कल्याण उपकेंद्रों पर एएनएम के निवास न करने से गर्भवती महिलाओं की समुचित देखभाल नहीं हो पा रही है। वहीं बने भवनों की साफ-सफाई एवं देखभाल न होने से भवन की हालत जीर्ण शीर्ण हो गई है। ग्राम पंचायत कोलना में डेढ़ बीघे में स्थापित मातृ शिशु कल्याण उपकेंद्र के भवन का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र द्वारा 31 अक्टूबर 1983 को किया गया था।

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केंद्र के स्थापित होने पर वहां तैनात महिला कर्मियों द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन किया जाता था लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण एवं अनुश्रवण न किए जाने से केंद्र पर अब ताला लटकता रहता है। न्याय पंचायत स्तर पर तथा अन्य ग्रामों में स्थापित केंद्रों पर एएनएम एवं दाई के रहने के लिए आवासीय भवन बने हैं लेकिन कोई भी रात में निवास नहीं करता। यहां एएनएम सप्ताह में एक दिन दर्शन देती हैं। जिससे गरीबों एवं प्रसव पीड़ा से कराहती महिलाओं को इस केंद्र का लाभ नहीं मिल पा रहा है और प्राइवेट चिकित्सालयों के शोषण का शिकार हो रही हैं। कोलना के पूर्व प्रधान अनिल सिंह, रमाकांत सिंह, रणजीत सिंह, कैलाश सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से केंद्र की मरम्मत कराने एवं महिला कर्मियों को रात में निवास करने हेतु निर्देशित करने की मांग की है।


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