एक लाख श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में लगाई हाजिरी
वसंत पंचती के पर्व पर मां ¨वध्यवासिनी के धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। इस दौरान एक लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। इसके पूर्व गंगा घाटों पर भारी संख्या में भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई। वही गंगा घाट से लेकर विभिन्न मार्गों पर कूड़ा कचरा फैला रहा है। जिसके कारण लोगों को धाम तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि अत्यधिक अव्यवस्थाओं के आगे भक्तों की आस्था भारी रही।
जागरण संवाददाता, ¨वध्याचल (मीरजापुर) : वसंत पंचती के पर्व पर मां ¨वध्यवासिनी के धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। इस दौरान एक लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। इसके पूर्व गंगा घाटों पर भारी संख्या में भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई। वही गंगा घाट से लेकर विभिन्न मार्गों पर कूड़ा कचरा फैला रहा है। जिसके कारण लोगों को धाम तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि अत्यधिक अव्यवस्थाओं के आगे भक्तों की आस्था भारी रही।
मां ¨वध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के लिए वसंत पंचमी पर्व पर रात से ही भक्तों का रेला आना शुरु हो गया था। होटल, धर्मशाला तथा लाज में परिवार व बच्चों के साथ लोग ठहरे रहे। सुबह चार बजे भोर होते ही लोग गंगा में स्नान करने के लिए पहुंचे। जहां स्नान ध्यान करने के बाद मां के दरबार में मां की एक झलक पाने के लिए लालायित नजर आए। पुजारी द्वारा भोर में मंगला आरती करने के बाद कपाट खुलते ही महिला, पुरुष तथा अन्य लोग कतारबद्ध होकर मां का दर्शन किया। इसके पूर्व बच्चों का मुंडन व यज्ञोपवित संस्कार कराया गया। मंदिर के छत पर बच्चों का मुंडन संस्कार कराने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। मां का दर्शन पूजन करने के बाद दुकानों पर खरीदारी करने के लिए लोग पहुंचे। जहां महिलाओं ने अपने लिए श्रृंगार व घरेलू सामानों की खरीदारी की तो बच्चों ने खिलौने आदि लिया। लगता रहा जाम, हुए श्रद्धालु परेशान
बरतर तिराहा, कोतवाली मार्ग कंतित मार्ग तक जाम लगा रहा। इस दौरान दूर-दराज से आने वाले वाहन फंस गए थे। ऐसे में उन्हें मंदिर पहुंचने में काफी देर हुई। इस दौरान कोई पुलिस कर्मी और यातायात विभाग की तरफ से कोई नहीं दिखा जिसके कारण उन्हें परेशानी हुई। प्रयागराज से पहुंच रहे कुंभ दर्शनार्थी
कुंभ मेला शुरु होने के बाद से ही लोग संगम में डुबकी लगाने के बाद ¨वध्यधाम में मां विध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के लिए पहुंच रहे है। इस दौरान लोग ट्रेन, बस तथा अन्य साधनों से महिलाएं और पुरुष, वृद्ध तथा युवक और दंपती मां का दर्शन कर निहाल हुए।