डीएम के खिलाफ सड़क पर उतरी पालिका, किया प्रदर्शन
नगर पालिका अध्यक्ष व जिलाधिकारी के बीच चल रही लड़ाई सोमवार को जमीन पर आगई। कलेक्ट्रेट में धरने-प्रदर्शन की अनुमति न मिलने व भारी पुलिस फोर्स की तैनाती से नपाध्यक्ष को अंतिम समय में अपनी रणनीति बदलकर सिटी क्लब का रुख करना पड़ा। जहां कुछ देर चले धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद नपाध्यक्ष ने धरना स्थगित कर दिया और संबंधित फाइलों सहित लखनऊ रवाना हुए। इसी बीच कलेक्ट्रेट परिसर व कचहरी के हर गेट पर पुलिस तैनात रही।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विकास कार्यों को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष व जिलाधिकारी के बीच चल रही लड़ाई सोमवार को जमीन पर आ गई। कलेक्ट्रेट में धरना देने की अनुमति न मिलने पर पालिकाध्यक्ष ने सिटी क्लब में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। इस दौरान नगर के लोगों ने जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध-प्रदर्शन अपनी आवाज बुलंद की। साथ ही जिलाधिकारी पर विकास कार्यों के लिए आए धन को अवमुक्त न करने का आरोप भी मढ़ा गया। कुछ देर बाद प्रदर्शन स्थगित करते हुए लखनऊ जाने की जानकारी दी। इस दौरान कलेक्ट्रेट व कचहरी के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही।
जिला प्रशासन के खिलाफ चार दिन पहले धरना देने की जानकारी के बाद सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा धारा-144 का हवाला देते हुए धरना- प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। इसके बाद सभासद समेत नगरवासियों के साथ पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल सिटी क्लब पहुंच गए और वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग की कार्ययोजना को स्वीकृति न देकर जिलाधिकारी लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रहे हैं। तीन दिसंबर को भेजी फाइल के लिए 30 जनवरी को बैठक की गई। डीएम द्वारा गठित जांच कमेटी ने पांच फरवरी को सत्यापन भी कर लिया लेकिन अभी तक फाइल स्वीकृत नहीं की गई। इससे साफ होता है कि जिलाधिकारी जान बूझकर विकास कार्यों को रोकना चाहते हैं। धरने पर बैठने वालों में सभासद माला देवी, आरती श्रीवास्तव, राजेश सोनकर, सुनीता सोनकर, जाहिद अख्तर, शोएबा बेगम, संजय जायसवाल, मीना देवी व संजय चौरसिया आदि रहे।
-------------------- छावनी में तब्दील रहा कलेक्ट्रेट
नगर पालिका अध्यक्ष व सभासदों के प्रदर्शन को रोकने के लिए सुबह से ही कलेक्ट्रेट गेट को बंद कर दिया गया व तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों को तैनात कर दिया गया। कचहरी आने के भी सभी रास्तों पर पुलिस तैनात रही और सिर्फ अदालत के काम से आने वालों को ही अंदर जाने दिया गया। वहीं डीएम व एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर भी पुलिस तैनात रही।
----------------- .. तो नहीं दिखे भाजपाई
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व मौजूदा पालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल द्वारा विभिन्न मांगों लेकर प्रशासन के खिलाफ किए गए प्रदर्शन में पार्टी के नामचीन चेहरे नजर नहीं आए। इसे लेकर मौके पर लोगों में खूब चर्चा रही। लोगों का कहना था कि आखिर क्या वजह है कि नगरपालिका अध्यक्ष के विरोध-प्रदर्शन में कोई भी भाजपाई साथ खड़ा नहीं हुआ। इस बाबत पूछे जाने पर जिलाध्यक्ष बालेंदु मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार है और हम अपनी सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। अगर पालिकाध्यक्ष को कोई दिक्कत है तो उन्हें उचित फोरम पर अपनी बात रखनी चाहिए।