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लापरवाही में राजस्व निरीक्षक को नोटिस

दैवीय आपदा को लेकर राजस्व कर्मी कितने गंभीर हैं यह इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के ददरा मुतलके रामपुर गांव निवासी किसान की भैंस की मौत आकाशीय बिजली से हो गई थी। सितंबर माह में मौत होने के बाद चार महीने बीत गए लेकिन तब तक राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट नहीं आई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 06:16 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:16 PM (IST)
लापरवाही में राजस्व निरीक्षक को नोटिस

जासं, मड़िहान (मीरजापुर) : दैवीय आपदा को लेकर राजस्वकर्मी कितने गंभीर हैं यह इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के ददरा मुतलके रामपुर गांव निवासी किसान की भैंस की मौत आकाशीय बिजली से हो गई थी। सितंबर माह में मौत होने के बाद चार महीने बीत गए, लेकिन तब तक राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट नहीं आई। आरोप है कि लूसा के राजस्व निरीक्षक जय बहादुर सिंह द्वारा किसान से दैवीय आपदा रिपोर्ट के लिए सात हजार रुपये सुविधा शुल्क की मांग की जा रही थी जब इसकी शिकायत उसने उप जिलाधिकारी बीके दुबे से की तो उन्होंने पूरे मामले की जांच नायब तहसीलदार सुप्रिया चतुर्वेदी से कराई। जांच में यह तथ्य उजागर हुए हुआ कि किसान राजाराम पुत्र लालजी के भैंस की मौत हो गई थी, लेकिन जब भैंस का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसमें रिपोर्ट पशुपालक की पत्नी तारा देवी के नाम से बन गया। इसी बात को आधार मानते हुए और सुविधा शुल्क देने की बात इतनी नागवार लगी कि राजस्व निरीक्षक ने पशुपालक को दैवीय आपदा से वंचित करने की रिपोर्ट दे दी, लेकिन पशुपालक की शिकायत पर जब नायाब तहसीलदार ने डाक्टर और ग्रामीणों के बयान अंकित किए तो राजस्व निरीक्षक की करतूत सुन दंग रह गई। उन्होंने राजस्व निरीक्षक को चेतावनी नोटिस जारी किया है।

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