नपा लेखाकार का वेतन रोका, जांच टीम गठित
विशेष सचिव सुरेंद्र विक्रम द्वारा नगर पालिका परिषद की जांच के दौरान 26 करोड़ की रकम का लेखा न मिलने के मामले में नगर पालिका परिषद बैकफुट पर आ गया है। नपाध्यक्ष द्वारा अधिशासी अधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विशेष सचिव सुरेंद्र विक्रम द्वारा नगर पालिका परिषद की जांच के दौरान 26 करोड़ की रकम का लेखा-जोखा न मिलने के मामले में नगर पालिका परिषद बैकफुट पर आ गया है। अधिशासी अधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
शुक्रवार को विशेष सचिव व जिले के नोडल अधिकारी द्वारा नगर पालिका कार्यालय का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जब उन्होंने आय-व्यय का मदवार ब्योरा मांगा तो लेखाकार के पास कोई ब्योरा ही नहीं मिला। इसमें लेखाकार व बाबुओं की घोर लापरवाही पाई गई, उन्होंने लेखा व्यवस्थित नहीं रखा। बताया गया कि लेखाकार कार्यालय में बहुत कम आते हैं व अपना काम ठीक से नहीं करते। इसकी वजह से नगर पालिका परिषद की फजीहत हुई। नपाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने बताया कि अधिशासी अधिकारी विनय कुमार तिवारी की अध्यक्षता में मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी।
इन पर गिरेगी गाज
नगर पालिका लेखाकार देवेंद्र कुमार ¨सह के अलावा लिपिक अवधेश यादव, मुकेश गुप्ता, शिव संपत शुक्ला, परिचारक सुरेश कुमार व बेचूराम इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराए गए हैं। रेकार्ड कीपर महेंद्र प्रताप ¨सह सहित राजस्व निरीक्षक दयाशंकर, लिपिक राजाराम मिश्रा, कर समाहर्ता सुरेंद्र पाठक पर गाज गिरनी तय है। इसके अलावा फाइल व रिकार्ड का सही रख-रखाव न करने के लिए संजय श्रीवास्तव को जिम्मेदार ठहराया गया। फिलहाल इन सभी के वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिए गए हैं।