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जिले में 50 से अधिक पाए गए डेंगू के मरीज

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते जनपद में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। अबतक 50 से अधिक डेंगू के मरीज पाए जा चुके हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मात्र 11 मरीजों के पाजेटिव पाए जाने की बात कही जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 09:09 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:04 AM (IST)
जिले में 50 से अधिक पाए गए डेंगू के मरीज

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते जनपद में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। अबतक 50 से अधिक डेंगू के मरीज पाए जा चुके हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मात्र 11 मरीजों के पाजिटिव पाए जाने की बात कही जा रही है। लगातार बढ़ रहे रोगियों से हड़कंप मचा हुआ है। मंडलीय चिकित्सालय में जांच की सारी सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को बीएचयू या प्रयागराज के मेडिकल कालेज जाना पड़ रहा है ।

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि उनकी सक्रियता के चलते जिले से मलेरिया व डेंगू रोगियों में काफी कमी आई है। वर्तमान समय में डेंगू के रोगी नहीं मिल रहे हैं लेकिन उनका यह दावा फेल हो गया है। जनपद में मच्छरों का प्रकोश बढ़ने के चलते डेंगू रोग में बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे पूरे जनपद के मरीजों में दहशत का माहौल है। जिले में डेंगू रोग के इलाज के लिए कोई बेहतर सुविधा नहीं होने के कारण लोग अपने मरीज को लेकर इलाहाबाद या बनारस जा रहे हैं। नगर के भरुहना, लालगंज, मड़िहान, पड़री, तथा चुनार इलाके में अबतक डेंगू के 50 से अधिक मरीज पाए जा चुके हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसको मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि उनके यहां जांच में जो व्यक्ति डेंगू का रोगी पाया जाएगा उसी को वह लोग इस रोग से पीड़ित मानेंगे। अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में 11 डेंगू के रोगी है जिसमें छह रोगी दिल्ली, मुंबई व लखनऊ के है जिनका निवास यहां है लेकिन वह नौकरी या बिजनेस के सिलसिले में वहां रहते हैं। इनसेट

मंडलीय चिकित्सालय में अलग से बनाया गया वार्ड

मंडलीय चिकित्सालय में डेंगू रोगियों को भर्ती करने के लिए अलग से छह बेड का वार्ड बनाया गया है। जिसमें सिर्फ डेंगू के मरीज भर्ती किए जाते हैं । गंभीर मरीजों को बीएचयू या प्रयागराज भेजा जाता है। इनसेट

जांच के लिए सैंपल भेजा जाता है बीएचयू

डेंगू रोगियों की प्रारंभिक जांच मंडलीय चिकित्सालय में किया जाता है। इसके बाद पुरी तरह से पुष्टि के लिए मरीज के खून का सैंपल लेकर उसे बीएचयू वाराणसी भेजा जाता है। वहां जांच में डेंगू रोग पाया जाता है तो उसे भर्ती कर इलाज किया जाता है । इनसेट

ये बरतें सावधानी

डेंगू रोग हो जाता है तो अधिक दवाइयां नहीं खाए, केवल पैरासिटा माल दवा खाए, आराम करे, अधिक पानी पीए, हालत अधिक खराब हो तो चिकित्सक की सलाह ले। वर्जन

मंडलीय चिकित्सालय में डेंगू के रोगियों की प्रारंभिक जांच की जाती है। इस जांच में रोग नहीं पाया जाता है तो मरीज के खून का सैंपल लेकर उसे बीएचयू वाराणसी भेजा जाता है।

--आलोक कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक मंडलीय चिकित्सालय


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