लामबंद राजस्व निरीक्षकों ने बुलंद की आवाज, प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ के तत्वावधान में राजस्व निरीक्षक मंगलवार को मांगों को पूरा कराने के लिए लामबंद हुए। राजस्व निरीक्षकों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध जताया। प्रदर्शन के बाद राजस्व निरीक्षकों ने प्रमुख सचिव को संबोधित 11 सूत्री पत्रक जिलाधिकारी को सौंपा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ के तत्वावधान में राजस्व निरीक्षक मंगलवार को मांगों के समर्थन में लामबंद हुए। राजस्व निरीक्षकों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के बाद राजस्व निरीक्षकों ने प्रमुख सचिव को संबोधित 11 सूत्री पत्रक जिलाधिकारी को सौंपा।
लल्लू तिवारी ने धरना-प्रदर्शन के दौरान संघ पदाधिकारियों की हौसला अफजाई की। कहा कि सरकार राजस्व निरीक्षकों की 11 सूत्री मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें। जिलाध्यक्ष मुन्नन गिरि ने कहा कि प्रदेश में राजस्व निरीक्षक संवर्ग के नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति के लगभग 500 पद रिक्त पड़े हुए हैं, जिस पर प्रोन्नति उत्तर प्रदेश अधीनस्थ राजस्व कार्यपालक नियमावली में विहित 41 प्रतिशत के आधार पर किया जाय। राजस्व निरीक्षक संवर्ग की अंतिम ज्येष्ठता सूची प्रकाशित की जाय। जिला मंत्री विजयकांत पांडेय ने कहा कि राजस्व निरीक्षक संवर्ग का ग्रेड वेतन, अन्य समकक्ष पदों के बराबर ग्रेड वेतन 2800 रुपये के स्थान पर ग्रेड वेतन 4200 रुपये संशोधित किया जाय। नंदलाल ¨सह ने कहा कि राजस्व निरीक्षकों को नियत यात्रा भत्ता के रूप में तीन हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाय। विशिष्ट सेवा भत्ता कम से कम एक हजार रुपये प्रतिमाह भुगतान हो। कहा कि चेनमैन के रिक्त पदों पर नियुक्ति कराई जाय। वरिष्ठ उपाध्यक्ष सहायक भूलेख अधिकारी के रिक्त पदों पर नियुक्ति रजिस्ट्रार कानूनगो व राजस्व निरीक्षक संवर्ग से पूर्व निर्धारित नौ प्रतिशत व 41 प्रतिशत कोटे के आधार पर कराई जाय। कनिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि नक्सल क्षेत्र में काम करने वाले राजस्व निरीक्षकों को भी पुलिस विभाग की तरह ही नक्सल भत्ता प्रदान किया जाए। उप मंत्री प्रमोद यादव, कोषाध्यक्ष रामललित, अनुराग यादव, नंदलाल सेठ, रामजीत ¨सह, लाल बहादुर ¨बद, प्रेम शंकर गुप्ता, नेगईराम, कृष्ण शंकर मिश्रा आदि ने विचार व्यक्त किया।