मिर्जापुर, जागरण संवाददाता: कोराेना की तरह इन्फ्लूएंजा मामले भी प्रकाश में आने की संभावना को देखते हुए अस्पताल प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसको देखते हुए मरीजों को भर्ती करने के लिए मंडलीय चिकित्सालय परिसर के 145 बेड के भवन में 70 बेड का इन्फ्लूएंजा वार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। गंभीर मरीजों के मिलने पर पांच बेड के वेंटिलेटर बेड की भी व्यवस्था की जाएगी।

इन्फ्लूएंजा के संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए भी टीम गठित की जाएगी। संदिग्ध मरीज मिलने पर उनको होम आइसोलेट के लिए निर्देशित किया जाएगा। वहीं इलाज के लिए डाक्टरों सहित अन्य स्टाफ की टीम गठित की जाएगी। इसके लिए डॉक्टरों का चयन करना शुरू कर दिया गया है। इन्फ्लूएंजा में भी तेज बुखार, शरीर में दर्द व सर्दी जुकाम होना बताया जा रहा है। यह बच्चों व बुजुर्गों के लिए खतरनाक वायरस है।

इन्होंने कहा…

इन्फ्लूएंजा वायरस पुराना है। पहले भी लोग इससे प्रभावित हुए हैं। वर्तमान में इसे नये रूप में देखा जा रहा है। हालांकि कोरोना की तरह यह वायरस उतना कारगर नहीं है। सावधानी बरतने पर इससे बचा जा सकता है। इसमें तीन से पांच दिन तक बुखार आ सकता है। सर्दी जुकाम भी होगा।

-अनिल ओझा, अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी।

इन्फ्लूएंजा वायरस के मरीजों को भर्ती करने के लिए मंडलीय चिकित्सालय परिसर के 145 बेड भवन में 70 बेड का वार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही वार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।

-डाॅ. आरबी कमल, प्राचार्य, मां विंध्यवासिनी स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय।

Edited By: Shivam Yadav