राहगीरों की मुसीबत बना दशहरा का कूड़ा-कचरा
दशहरा मेला तो समाप्त हो गया लेकिन इन अवसरों पर जमा गंदगी अब लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन गई है। रविवार को विभिन्न जगहों की पड़ताल की गई जिसमें जगह-जगह गंदगी दिखाई दी। वहीं कुछ जगहों पर सफाईकर्मी सफाई करते भी नजर आए। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में गंदगी की समस्या ज्यादा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : दशहरा मेला तो समाप्त हो गया लेकिन इन अवसरों पर जमा गंदगी अब लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन गई है। रविवार को विभिन्न जगहों की पड़ताल की गई जिसमें जगह-जगह पर गंदगी दिखाई दी। वहीं कुछ जगहों पर सफाई कर्मी साफ-सफाई करते नजर आए। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में गंदगी की समस्या ज्यादा है।
शहर के ओलियर घाट तिराहे के पास दुकानों से निकले कचरे का अंबार लगा हुआ है। वहीं वासलीगंज के आगे जहां से नगर पालिका परिषद कार्यालय की सड़क मुड़ती है, वहां पर ढेरों कूड़ा-कचरा पड़ा है। फतहां रोड, शास्त्री पुल रोड, स्टेशन रोड, संगमोहाल के पास, शुक्लहा में मेले के बाद कचरा पड़ा हुआ है। पुलिस लाइन रोड पर कुछ सफाई कर्मी सफाई करते मिले। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर मेले का आयोजन हुआ, वहां गंदगी बिखरी पड़ी है। नगर पंचायत कछवां सहित मझवां, जमुआं बाजार में पूरा बाजार गंदगी से पटा पड़ा है लेकिन इसकी सफाई नहीं कराई जा रही है। चुनार, राजगढ़, मड़िहान, लालगंज, हलिया, गैपुरा, श्रीनिवासधाम में भी मेला स्थलों पर गंदगी ही गंदगी दिखाई पड़ रही है। अधिकारियों से पूछने पर पता चला कि इन जगहों पर ज्यादा कचरा है, वहां सफाई में कम से कम दो से तीन दिन का समय लगेगा।
सबसे ज्यादा पॉलीथिन का कचरा
जिन जगहों पर कचरा पड़ा है, उसमें पॉलीथिन की मात्रा ज्यादा है। इससे पता चलता है कि अभी भी दुकानदार खुलेआम पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे हैं जिसकी वजह से पॉलीथिन कूड़े में फेंका जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अभियान चलाकर पॉलीथिन प्रयोग करने वालों पर सख्ती की जाएगी, तभी लोग इसकी खरीद बिक्री बंद करेंगे।