मृदा के गिरते स्वास्थ्य को सुधारने को करें सार्थक प्रयास : सुचिस्मिता
जागरण संवाददाता मीरजापुर बरकछा स्थित परिसर में काशी हिदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान क
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : बरकछा स्थित परिसर में काशी हिदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मृदा दिवस पर शनिवार को कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्या ने कहा कि प्रकृति एवं जीवन के आधार मृदा का लगातार स्वास्थ्य गिरता जा रहा है। इसके सुधार एवं संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास करें। ऐसा तभी संभव हो सकेगा जब मृदा में हानिकारक अकार्बनिक रसायनों का प्रयोग कम से कम किया जाए।
भारत रत्न महामना पं. मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ हुआ। मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्य को केंद्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। प्रश्नोत्तरी में सफल किसानों को इफको उत्पादों का वितरण कर सम्मानित किया। किसानों को मृदा संरक्षण की शपथ भी दिलाई। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। उप निदेशक कृषि डा. अशोक उपाध्याय ने सरकार द्वारा कृषि एवं किसान हित में चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा की। केंद्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने योजनाओं एवं परियोजनाओं और इफको के वरिष्ठ प्रबंधक जीपी तिवारी ने उत्पादों की जानकारी दी। कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक डा. एसके गोयल ने मृदा भूपरिष्करण में कृषि यंत्रों के प्रयोग तथा मृदा वैज्ञानिक डा. एसएन सिंह ने मृदा में पोषक तत्वों की उपलब्धता एवं पौध पोषण में कार्बनिक तत्वों के समावेश की बात कही। प्रगतिशील किसान योगेंद्र सिंह ने जैविक प्रयोग समेत पराली के प्रबंधन और खाद बनाने की विधि के बारे में बताया। संचालन डा. एसएन सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. जय पी राय ने किया।