भगवान राम ने तोड़ा शिव धनुष, क्रोधित हुए परशुराम
जागरण संवाददाता हलिया (मीरजापुर) आदर्श रामलीला कमेटी धरमपुरा खटखरी रींवा मध्य प्रदेश
जागरण संवाददाता, हलिया (मीरजापुर) : आदर्श रामलीला कमेटी धरमपुरा खटखरी रींवा मध्य प्रदेश के कलाकारों ने सुखड़ा स्थित सिचाई डाक बंगला के पास चल रही रामलीला के छठे दिन परशुराम-लक्ष्मण संवाद, सीता विवाह का मंचन किया गया। भगवान राम द्वारा शिव धनुष टूटते ही श्रीराम के जयघोष से पंडाल गूंजने लगा।
जनकपुरी में परशुराम पहुंचकर राजा विदेह से पूछते हैं कि शिव धनुष तोड़ने का दुस्साहस किसने किया। उसे समाज से अलग कर दिया जाए अन्यथा सभी राजा मारे जाएंगे। क्योंकि धनुष तोड़ने वाला कोई एक अपराधी ही होगा, उसके कारण समस्त राजाओं का वध न हो। यह सुनकर भगवान रामचंद्र हाथ जोड़कर अपना अपराध स्वीकार करते हैं। यह सुनकर परशुराम का क्रोध कुछ शांत हुआ। भगवान श्री राम के करुणा युक्त वचन सुनकर धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने को कहते हैं। भगवान श्रीराम धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा देते हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास होता है कि भगवान का अवतार हो गया है। इसके बाद चारों भाइयों का धूमधाम से विवाह संपन्न होता है। साजन पांडेय ने राम, राजाबाबू पुरी ने लक्ष्मण, घनश्याम पुरी ने सीता, श्रीराम मिश्र ने परशुराम, कमला शंकर न विश्वामित्र, अवधेश तिवारी ने जनक की भूमिका निभाई। हास्य व्यंग्य कलाकार देवराज पांडेय एवं मंडली प्रबंधक कृष्णा कांत तिवारी रहे।