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कथा साहित्य में बंग महिला के योगदान पर डाला प्रकाश

मड़िहान तहसील क्षेत्र के कलवारी स्थित रामखेलावन सिंह पीजी कालेज व हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रयागराज की ओर से कालेज परिसर पर मंगलवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ सरस्वती पूजन कर किया गया। इस मौके पर कथा साहित्य में बंग महिला के योगदान पर विद्वानों ने प्रकाश डाला।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 09:00 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 09:00 PM (IST)
कथा साहित्य में बंग महिला
के योगदान पर डाला प्रकाश
कथा साहित्य में बंग महिला के योगदान पर डाला प्रकाश

जासं, मीरजापुर : मड़िहान तहसील क्षेत्र के कलवारी स्थित रामखेलावन सिंह पीजी कालेज व हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रयागराज की ओर से कालेज परिसर पर मंगलवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कथा साहित्य में बंग महिला योगदान पर विद्वानों ने प्रकाश डाला। विशिष्ट प्रवक्ता डॉ. ब्रजदेव पांडेय, डॉ. अनुज प्रताप सिंह ने बंग महिला जीवनी पर प्रकाश डाला। डॉ. शीला ने बताया कि कैसे एक महिला पुरूष प्रधान समाज में अपना स्थान बनाया, जो बंग महिला के रूप में प्रसिद्ध है। समन्वयक वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. भुवनेश्वर द्विवेदी ने बंग महिला रचित दुलाई वाली कहानी पर प्रकाश डाला। गणेश गंभीर, डॉ. क्षमाशंकर पांडेय ने विचार प्रकट किए। अध्यक्षता कालेज अध्यक्ष व संरक्षक जगदीश सिंह पटेल ने कहा कि इस तरह के विद्वानों के विचारों को सुनना, अनुकरण करना चाहिए। प्रबंध निदेशक गजेंद्र प्रताप सिंह ने आभार जताया। प्राचार्य डॉ. केएम सिंह, उप प्राचार्य डॉ. वीपी यादव, सीके उपाध्याय, सिद्धनाथ सिंह, आलोकचंद, देवेंद्र, प्राचार्य डॉ. राकेश मौर्य, सीबी सिंह, नन्दा, अमित, सुप्रिया, पूजा सिंह, नीलरतन सिंह, अशोक, रविभूषण तिवारी व अजीत सिंह आदि रहे।

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