किसान समृद्धि योजना की राशि नहीं पहुंची बैंक खाते में
स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के तहत भेजे जाने वाले मार्च के प्रथम सप्ताह तक दो-दो हजार राशि नहीं मिली जिससे किसानों में मायूसी हैं। किसानों का आरोप है कि राजस्व विभाग के लापरवाही के चलते लाभ नहीं मिला है।
जागरण संवाददाता, राजगढ़, (मीरजापुर) : स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के तहत भेजे जाने वाले मार्च के प्रथम सप्ताह तक दो-दो हजार राशि नहीं मिली, जिससे किसानों में मायूसी हैं। किसानों का आरोप है कि राजस्व विभाग के लापरवाही के चलते लाभ नहीं मिला है। किसानों ने लापरवाही बरतने वाले कर्मियों और अधिकारियों खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की है।
केंद्र सरकार ने दिसंबर माह 2018 में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना में पांच एकड़ से कम भूमि के लघु एवं सीमांत किसानों को एक साल में 6-6 हजार अनुदान देने की घोषणा की थी। 24 फरवरी 2019 से पहले सभी किसानों का ऑनलाइन पंजीयन कराया जाना अनिवार्य किया गया था। पंजीयन में देरी होने पर किसानों के बैंक खातों में मार्च के प्रथम सप्ताह तक दो-दो हजार राशि नहीं मिली। कुछ किसानों का कहना है कि राजस्व विभाग की लापरवाही से पंजीयन 24 फरवरी तक नहीं होने से उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला। राजस्व विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले में किसान लघु एवं सीमांत की श्रेणी में आ रहे हैं। 24 फरवरी तक पांच एकड़ तक की भूमि वाले किसानों का ऑनलाइन पंजीयन पटवारियों के माध्यम से किया जाना था। तहसीलदारों के माध्यम से केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जानी थी। राजस्व विभाग की अनदेखी के चलते आचार संहिता से पहले यानी 9 मार्च तक जिले में मात्र कुछ ही किसानों का ही पंजीयन कराया गया। 24 फरवरी तक किसानों की आनलाइन रिपोर्ट नहीं भेजे जाने के कारण जिले के किसानों के बैंक खाता में दो-दो हजार की पहली अनुदान की किस्त नहीं पहुंची। आधार कार्ड खाता नंबर तथा मोबाइल नंबर पटवारी को देने के बाद भी राशि खाते में नहीं पहुंची।