पराली जलाने के बजाय सड़ाकर बनाए रखें जीवांश
जागरण संवाददाता मीरजापुर कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा की अध्यक्षता में गुरुवार को कले
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी कार्यालय पर वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में रबी की रणनीति पर चर्चा की गई। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि किसान पराली को न जलाएं। पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है और अनेक प्रकार की बीमारियां फैलती है। डीकंपोजर के जरिए पराली को खेतों में सड़ाकर जीवांश बनाए रखें, ताकि मृदा की उर्वरता बनी रहे। बताया कि धान व गेहूं की फसल कटाई-मड़ाई के लिए कंबाइन हार्वेस्टिग स्ट्रा रीपर विद बाइंडर अथवा स्ट्रा रीपर कृषि यंत्र का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही कृषि यंत्र का उपयोग न करने वाले मशीन मालिकों के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए हैं। यंत्र क्रय के लिए कृषि विभाग ने 25 सितंबर से पोर्टल प्री बुकिग प्रारंभ कर दी है। कृषि यंत्रों में सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम, हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, पैडी स्ट्राचापर इत्यादि यंत्र उपलब्ध है। कृषि निदेशक एपी श्रीवास्तव ने बताया कि रबी वर्ष 2020-21 के लिए पर्याप्त मात्रा में बीज की व्यवस्था कर ली गई है। गेहूं व अन्य फसलों का बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा प्रमाणित बीजों पर 50 प्रतिशत का अनुदान देय है, जो डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल, अपर आयुक्त विध्याचल मंडल रमेश चंद्र, संयुक्त कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक अशोक कुमार उपाध्याय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. कपूर सिंह, जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम आदि रहे।