जिले में प्रतिवर्ष बढ़ जाते हैं 300 मधुमेह के रोगी
मधुमेह को लेकर चलाई जा रही तमाम जागरूकता अभियान व जानकारियों के बावजूद जिले में प्रतिवर्ष मधुमेह रोगियों की संख्या में 300 से ज्यादा का इजाफा हो रहा है। 2016 में जिले में 400 मधुमेह के रोगी थे जो 2017 में बढ़कर 700 हो गए और 201
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मधुमेह को लेकर चलाई जा रही तमाम जागरूकता अभियान व जानकारियों के बावजूद जिले में प्रतिवर्ष मधुमेह के रोगियों की संख्या में 300 से ज्यादा का इजाफा हो रहा है। 2016 में जिले में 400 मधुमेह के रोगी थे, जो 2017 में बढ़कर 700 हो गए। वर्ष 2018 में इनकी संख्या एक हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है।
चिकित्सकों की मानें तो इस बीमारी में सावधानी ही इससे बचाव का सबसे ज्यादा कारगर उपाय है, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। सरकारी रिपोर्ट से इतर देखा जाय तो जिले में मधुमेह रोगियों की संख्या पांच हजार से ज्यादा हो चुकी है। प्रतिवर्ष पांच सौ से एक हजार लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। शहरी क्षेत्र ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी मधुमेह पांव तेजी से पसार रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ओपी तिवारी के अनुसार मधुमेह रोग 40 की उम्र पार कर चुके लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता है लेकिन जिनकी दिनचर्या व खानपान नियमित नहीं है, वे कम उम्र होने के बावजूद इस बीमारी से बच नहीं सकते। उन्होंने बताया कि मधुमेह में कई स्टेज होते हैं। इसकी समय से जानकारी मिल जाए तो इलाज आसान होता है अन्यथा जीवन भर इस बीमारी के साथ दवाओं का सेवन करना पड़ता है।
इस वजह से होती है बीमारी
वर्तमान समय की दिनचर्या, बदलता खानपान, व्यायाम व कसरत की छूटती आदत, बेवजह का तनाव इस रोग का कारक बनते हैं। 24 घंटे के अंतराल में किस समय, कितना भोजन करना चाहिए इसकी सही जानकारी या तो लोगों के पास नहीं होती या फिर वे अपनी व्यस्तम जीवनशैली की वजह से इसका सही पालन नहीं कर पाते हैं। चिकित्सकों की राय है कि तनाव से जितना दूर रहा जाए, उतना ही जल्दी यह बीमारी भी दूर रहेगी।
कैसे बचें मधुमेह से
-सभी को नियमित योग व व्यायाम करना चाहिए
- प्रतिदिन एक किलोमीटर पैदल चलें
-तला, मीठा, मांसाहार का सेवन बंद करें
-कोल्ड¨ड्रक व फास्टफूड से दूरी बनाएं
-नशीले पदार्थों के सेवन से बचें
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वर्जन
'मधुमेह रोगियों को नियमित व्यायाम करना अति आवश्यक है। इसके अलावा कम से कम तनाव लें। खानपान पर ध्यान दें और नियमित जांच कराने से मधुमेह को रोका जा सकता है।'
डा. ओपी तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, मीरजापुर