सरकार की नीतियों के चलते उत्पादों का बढ़ा निर्यात : केंद्रीय राज्यमंत्री
जागरण संवाददाता मीरजापुर भारत की 30 प्रतिशत एमएसएमई इकाईयां करोड़ों लोगों को रोजगार
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : भारत की 30 प्रतिशत एमएसएमई इकाईयां करोड़ों लोगों को रोजगार देती हैं। एमएसएमआइ हमारी विरासत व परंपरा है। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान भी केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के कारण निर्यात बढ़ा है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रत्येक जनपद में एक पारंपरिक उत्पाद का चयन एक जिला एक उत्पाद के तहत किया है। उत्पाद को निर्यातपरक बनाने के लिए जागरूकता शिविर तथा सरकार द्वारा सरलीकरण किया जा रहा है।
जनपद में आयोजित एक्सपोर्ट कॉन्क्लेव से जिले में व्यापार को नई ऊंचाई मिलेगी। नगर के जंगीरोड स्थित एक लान में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित एक्सपोर्ट कान्क्लेव में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री व सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा। एक्सपोर्ट कान्क्लेव में लगाए गए स्टाल में कार्पेट व पीतल के उत्पाद देखने लोग उमड़े और उत्पादों को सराहा।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 का टीकाकरण सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में होने के कारण पूरे देश में सबसे कम नुकसान उठाना पड़ा। कार्पेट व्यवसायी व सीइपीसी के पूर्व अध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह व मोहन दास अग्रवाल के साथ चर्चा की।
जनपद में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाए : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने कहा कि जनपद में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाए हैं। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अन्य उत्पादों को निर्यातपरक बनाने की जरूरत है। कलकत्ता से हरिद्वार गंगा नदी के बीच चुनार पड़ता है। इसका ऐतिहासिक महत्व है। चुनार के बलुआ पत्थर को निर्यातपरक बनाने की जरूरत है। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, सीडीओ श्रीलक्ष्मी वीएस सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह व उपायुक्त उद्योग वीके चौधरी अतिथि का स्वागत किया। विधायक छानबे राहुल प्रकाश कोल, जिलाध्यक्ष अपना दल राम लोटन बिद, श्याम सुंदर केसरी, कृष्ण कुमार उमर, चित्रसेन मिश्रा, परवेज खान, अमरनाथ पांडेय रहे।
सुरक्षित नहीं निर्यातकों का लेटर आफ क्रेडिट : सिद्धनाथ सिंह
सीइपीसी अध्यक्ष ने कहा कि निर्यातकों का लेटर आफ क्रेडिट सुरक्षित नहीं है, जिसे हम माल भेज देते हैं। देश में तो संपर्क कर लिया जाता है, लेकिन हम विदेश में हम नहीं पहुंच पाते हैं। आइआइए अध्यक्ष मोहन दास अग्रवाल ने आभार जताया। उन्होंने यूपीएसआइडीएस का औद्योगिक क्षेत्र 12 किमी के तहत विकसित करने का सांसद से अनुरोध किया। साथ ही जनपद के कालीन एवं ब्रास मेटल उद्योग पार्क डिफेंस कारिडोर के आस-पास जनपद में बनाने की मांग की। कहा कि पीतल बर्तन के उत्थान के लिए टेस्टिग लैब स्थापित किया जाए। हनुमान पड़रा को आद्योग क्षेत्र घोषित करने की मांग की गई।
कार्पेट, पीतल व बैंक के स्टाल
में उमड़े लोग
एक्सपोर्ट कान्क्लेव कार्यक्रम के दौरान कार्पेट, पीतल उत्पाद सहित बैंकों द्वारा स्टाल लगाया गया। स्टाल में हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार सामानों को देखने के लिए भीड़ उमड़ी। बैंक द्वारा लगाए गए स्टाल में एलडीएम कुमार अजय ने लोगों को कल्याणपरक योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद के तहत बैंक से ऋण लेकर स्वरोजगार स्थापित कर सकते हैं।