मारपीट में बार अध्यक्ष के बेटे का सिर फूटा
पुलिस लाइन के ठीक सामने दिन में दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ और ईंटों से वार किया गया। इसमें डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष हीरालाल पांडेय के बेटे पवन पांडेय का सिर फूट गया। घटना की सूचना मिलते हैं मौके पर अधिवक्ताओं की काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने घायल का मेडिकल कराया व तहरीर के आधार पर जांच शुरू की गई।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पुलिस लाइन के ठीक सामने दिन में दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ और ईंटों से वार किया गया। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हीरालाल पांडेय के बेटे पवन पांडेय का सिर फूट गया। सूचना मिलते ही मौके पर अधिवक्ताओं की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने घायल का मेडिकल कराया, तहरीर के आधार पर जांच शुरू की।
डीबीए अध्यक्ष हीरालाल पांडेय, बेटे पवन पांडेय, सचिव आशुतोष अग्रवाल, अधिवक्ता रामसागर, हरिदत्त मिश्र संग डीबीए के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मड़िहान जा रहे थे। पुलिस लाइन के पास पहुंचे थे कि सामने से जा रही स्कार्पियो गाड़ी ने ब्रेक मारा जिससे पीछे से अध्यक्ष की कार टकरा गई। इसके बाद दोनों पक्ष गाड़ियों से बाहर निकले व विवाद होने लगा। मारपीट की नौबत आ गई पास में रखी ईंट के प्रहार से पवन पांडेय का सिर फूट गया। सूचना मिलते ही महिला थाना प्रभारी सीमा ¨सह मौके पर पहुंची व किसी तरह से दोनों पक्षों को शांत कराया व सिटी कोतवाली ले जाया गया। दूसरे पक्ष के त्रिभुवन उपाध्याय, अशोक उपाध्याय, राजू पांडेय, बजरंगी उपाध्याय से पुलिस ने घटना की जानकारी ली। दोनों पक्षों का मेडिकल कराकर तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।
सिटी कोतवाली में झड़प
घटना के बाद सिटी कोतवाली पहुंचे वकीलों व पुलिस एसआइ रमेश राम से मामले को लेकर झड़प हो गई। वकीलों का आरोप था कि चारों आरोपितों में दो मुख्य आरोपितों को पुलिस ने छोड़ दिया। वे गाड़ी लेकर जा रहे थे लेकिन अध्यक्ष हीरालाल पांडेय व अन्य वकीलों के विरोध के बाद उन्हें फिर से थाने में बैठाया गया।
प्रथम पक्ष की दलील : डीबीए अध्यक्ष हीरालाल पांडेय ने बताया कि स्कार्पियो में हल्की सी टक्कर लगी। इसके बाद स्कार्पियो पर सवार सात लोगों ने कार से बाहर खींचना शुरू कर दिया और मारपीट की। उन्होंने ईंट उठाकर सिर पर प्रहार कर दिया। इससे पवन को गंभीर चोट लगी है। पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती तो जान बचाना मुश्किल हो जाता।
दूसरे पक्ष की दलील : बेदौली निवासी त्रिभुवन उपाध्याय व बजरंगी उपाध्याय ने बताया कि पहले इन्होंने पीछे से टक्कर मारी। जब उनसे कहा गया कि गाड़ी साइड लगाइए तो वे वहां से जाने लगे। मैने दरवाजा पकड़ा तो वे घसीटते हुए 50 मीटर तक ले गए। वे सभी गाड़ी से उतरकर ईंट से मारने लगे। इससे बचने के लिए ईंट चलाई।