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विध्यवासिनी मंदिर पर एक बार फिर दिखा प्रतिबंध का असर

प्रदेश भर में 55 घंटे के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का असर एक बार फिर विध्यवासिनी धाम पर साफ दिखाई दिया। शनिवार की सुबह विध्यवासिनी मंदिर समेत पूरा विध्य क्षेत्र सुनसान नजर आया। लॉकडाउन के बाद भी मंदिर खुला रहा लेकिन भक्तों की जगह सिर्फ पुलिसकर्मी ही दिखाई पड़े। जो भी श्रद्धालु आए वे मां की आराधना कर वापस निकल पड़े। स्थानीय लोग भी घर से बाहर निकलते नहीं देखे गए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 07:05 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 11:09 PM (IST)
विध्यवासिनी मंदिर पर एक बार फिर दिखा प्रतिबंध का असर
विध्यवासिनी मंदिर पर एक बार फिर दिखा प्रतिबंध का असर

जासं, विध्याचल (मीरजापुर) : प्रदेश भर में 55 घंटे के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का असर एक बार फिर विध्यवासिनी धाम पर साफ दिखाई दिया। शनिवार की सुबह विध्यवासिनी मंदिर समेत पूरा विध्य क्षेत्र सुनसान नजर आया। लॉकडाउन के बाद भी मंदिर खुला रहा लेकिन भक्तों की जगह सिर्फ पुलिसकर्मी ही दिखाई पड़े। जो भी श्रद्धालु आए वे मां की आराधना कर वापस निकल पड़े। स्थानीय लोग भी घर से बाहर निकलते नहीं देखे गए।

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कोरोना चेन तोड़ने के लिए विध्यवासियों ने सरकार का पूरा समर्थन किया। कहा कि देश के लिए यह परीक्षा की घड़ी है। संक्रमण को रोकने की जिम्मेदारी सबकी है। लॉकडाउन के बाद भी शारीरिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखने के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। श्रीविध्य पंडा समाज ने लॉकडाउन के बाद भी विध्यवासिनी मंदिर खुला रखने का निर्णय लिया था। पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया था कि लॉकडाउन के दौरान मां विध्यवासिनी का कपाट खुला रहेगा और श्रद्धालुओं को सरकार के गाइडलाइन के अनुसार मां विध्यवासिनी का दर्शन-पूजन कराया जाएगा। जबकि शनिवार की सुबह मंगला आरती के बाद मंदिर परिसर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दिया। दर्शनार्थियों के वापस जाने की सूचना पर पंडा समाज ने पुलिस से बात कर दर्शनार्थियों को दर्शन-पूजन कराया। कड़ाई के साथ कराया लॉकडाउन का पालन

विध्याचल के सभी प्रवेश मार्ग पर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिखी। इस दौरान दूर-दराज से आने वाले कुछ भक्तों को वापस भेज दिया। विध्याचल जहां हर समय कौतूहल दिखता था और चहल-कदमी के साथ मां की जयघोष सुनाई पड़ता था लेकिन लॉकडाउन की वजह से हर तरफ सन्नाटा पसरा रहा। विध्याचल के स्टेशन और घाटों पर हमेशा यात्रियों का शोर-शराबा सुनाई देता था लेकिन यहां भी खाली-खाली नजर आया। बंद रही दुकानें

शुक्रवार की रात दस बजते ही विध्याचल में कड़ाई के साथ लॉकडाउन का पालन कराया गया। पुलिसकर्मियों ने सुबह चक्रमण कर जो भी दुकानें खुली थी उनको बंद कराया गया। वहीं कंतित, बरतर तिराहा, बंगाली चैराहा, बावली चैराहा, स्टेट बैंक चौराहा, शिवपुर बाजार, अमरावती चौराहा व अन्य जगहों पर पुलिस तैनात रही और लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करवाया। प्रतिदिन की तरह की गई आरती

विध्याचल में 101 दिन बाद मंदिर खुलने पर रौनक लौटी थी लेकिन 55 घंटों के लिए लॉकडाउन लगने के बाद फिर से विध्यधाम में सन्नाटा पसर गया। विध्यवसिनी मंदिर पर प्रतिदिन की तरह सुबह मंगला आरती, दोपहर मध्यान्ह आरती, शाम को संध्या आरती व रात्रि के समय बड़ी आरती की गई।


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