आध्यात्मिक योगदान के लिए ब्रिटिश संसद में मिला सम्मान
महात्मा गांधी के 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समाज सेवी सतीश चंद्र उपाध्याय को सामाजिक आर्थिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हाउस आफ कामंस (ब्रिटिश संसद) में एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने विश्व शांति और सछ्वावना का संदेश दिया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : महात्मा गांधी के 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समाजसेवी सतीश चंद्र उपाध्याय को सामाजिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हाउस आफ कामंस (ब्रिटिश संसद) में एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने विश्व शांति और सद्भावना का संदेश दिया।
मूल रुप से कछवां थानाक्षेत्र के बजहां गांव निवासी सतीशचंद्र उपाध्याय अपर आबकारी आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हैं। वर्तमान में वे प्रयागराज में हाईकोर्ट अधिवक्ता के रूप में वकालत की प्रैक्टिस कर रहे हैं। इस भूमिका में वे गरीबों, दिव्यांगों एवं ग्रामीण अंचल के लोगों की सेवा करते हैं। विवेकानन्द व महात्मा गांधी से प्रेरित श्री मदभगवद गीता के सर्वभूत हिते रता: यानि सभी प्राणियों के कल्याण में रत के सिद्धांत पर चलकर विश्व कल्याण के लिए कार्यरत हैं। समत्वम योग उच्च्ते के अनुसार सामाजिक समरसता, आध्यात्मिक मूल्य व गरीबों का आर्थिक उत्थान उनके मुख्य उद्देश्य हैं। सतीशचंद्र उपाध्याय ने भगवत गीता का देश और विदेश में प्रचार कर पर्यावरण की रक्षा के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया है। हाउस आफ कांमस में सम्मान के दौरान बालीवुड अभिनेत्री ग्रेसी सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस, ब्रह्मकुमारी यूरोप रीजन की डायरेक्टर सिस्टर जयंती सहित कई बड़ी हस्तियां शामिल रहीं। यह आयोजन कांफ्लूयंस फाउंडेशन और इंक्रेडिबल इंडिया, भारतीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय सहित लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारी शामिल रहे।