डोंगल के चक्कर में फंसी ग्राम पंचायतें
स्थानीय विकास खंड के सभी पचास ग्राम पंचायतों के प्रधानों की हालत खस्ता है। ग्राम सचिव भी गांव जाना छोड़ दिये है श्रमिकों के धैर्य का बांध टूट गया है तीन महीने से शौचालय व अन्य कार्य करके लेबर मिस्त्री सोचे थे कि त्योहार मजे से कटेगा रबी की खेती भी मजे से होगी।
जासं, पटेहरा (मीरजापुर) : स्थानीय विकास खंड के सभी पचास ग्राम पंचायतों के प्रधानों की हालत खस्ता है। ग्राम सचिव भी गांव जाना छोड़ दिये है श्रमिकों के धैर्य का बांध टूट गया है तीन महीने से शौचालय व अन्य कार्य करके लेबर मिस्त्री सोचे थे कि त्योहार मजे से कटेगा रबी की खेती भी मजे से होगी। किन्तु डोंगल के पेंच में फंसा भुगतान रुक गया है। जिससे विकास के साथ दीपावली का त्योहार सभी का खटाई में पड़ गया है। संबंधित अधिकारी भी भागे-भागे फिर रहे है। इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि डीएससी जनरेट नहीं हो पा रही है। हालांकि सबसे परेशान ग्राम पंचायतों में कन्हईपुर, खन्तरा, घोरी, शेरुआ, तुलसीपुर, मलुआ, पड़रिया कला, कुहकी, कोटवा पांडेय, पिउरी, रामपुर रिक्शा, किरहा, बेलहरा है।