सरकार बंद करे वनवासियों का उत्पीड़न
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की ओ
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की ओर से धरना प्रदर्शन कर आदिवासियों व वनवासियों के हो रहे उत्पीड़न को रोकने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्री मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।
जिला मुख्यालय पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि वे अराजकता, भू व खनन माफियाओं को हथियार बनाकर आदिवासियों, वनवासियों का आशियाना उजाड़कर उन्हें बेघर कर रहा है। पुश्तैनी जमीन पर काबिज लोगों को बेदखल किया जा रहा है। जबकि वनाधिकार कानून 2005 के तहत उनको काबिज जमीनों का पट्टा देकर मालिकाना हक देने की व्यवस्था की गई है। वन क्षेत्राधिकारी हलिया व ड्रमंडगंज के वन क्षेत्राधिकारी पर आरोप लगाया गया कि वह वनवासियों के साथ दबंगई से पेश आ रहे हैं और उनको उजाड़ने का काम कर रहे हैं। जो लोग उनके फर्जी कार्यों का विरोध करते हैं उनको फर्जी मामलों में फंसा दिया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि इसका पार्टी घोर विरोध करती है। मांग की गई कि पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कठोर दंड दिया जाए। अध्यक्षता धनंजय ¨सह व संचालन अर¨वद कुमार ¨सह ने किया। इस अवसर पर हीरालाल यादव, बीएल मालवीय, रवि मिश्रा, अनुज प्रताप ¨सह, राजनाथ यादव, शिवकमार, सुरेश प्रसाद, मिठाईलाल, धर्मराज कोल आदि थे।