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आतिशबाजी के नाम खुलेआम चल रहा पटाखा कारोबार

जनपद में ऐसे तो पटाखा बनाने के अड्डे नहीं हैं जहां से बिक्री के लिए पटाखे बनाए जाते हों लेकिन बरात में आतिशबाजी के नाम पर कई जगह पटाखे बन रहे हैं। शहर के छोटा मीरजापुर सहित ग्रामीण इलाकों पटाखे बनाये जाते हैं। इन जगहों पर बिना लाइसेंस पटाखे बनाने का कारोबार चल रहा है। स्थानीय पुलिस की मिलीभगत और लापरवाही की वजह से यह कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:43 PM (IST)
आतिशबाजी के नाम खुलेआम चल रहा पटाखा कारोबार
आतिशबाजी के नाम खुलेआम चल रहा पटाखा कारोबार

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में ऐसे तो पटाखा बनाने के अड्डे नहीं हैं जहां से बिक्री के लिए पटाखे बनाए जाते हों लेकिन बरात में आतिशबाजी के नाम पर कई जगह पटाखे बन रहे हैं। शहर के छोटा मीरजापुर सहित ग्रामीण इलाकों पटाखे बनाये जाते हैं। इन जगहों पर बिना लाइसेंस पटाखे बनाने का कारोबार चल रहा है। स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यह कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।

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छोटा मीरजापुर इलाके में पटाखा बनाने के काम में कई पीढि़यों से लोग लगे हैं लेकिन इनकी बिक्री केवल शादी-ब्याह में आतिशबाजी के लिए की जाती है। पटाखा कारोबारियों ने बताया कि यह पटाखे कम बारूद के प्रयोग से बनाए जाते हैं और इनका धमाका भी ऐसा नहीं होता कि किसी की जान चली जाए। अभी तक इस तरह की घटना सामने नहीं आई है। वहीं दूसरी तरफ खनन के लिए विस्फोटकों का खूब इस्तेमाल किया जाता है। मड़िहान, अहरौरा, चुनार, पड़री, ¨वध्याचल, हलिया आदि क्षेत्रों पत्थर व पहाड़ तोड़ने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में अहरौरा क्षेत्र और मड़िहान क्षेत्र में पुलिस ने विस्फोटक कारोबार से जुड़े लोगों को पकड़कर जेल भेजा है। पुलिस का कहना है कि बारात आदि में प्रयोग के लिए पटाखे वाले लाइसेंस लेते हैं और बिना लाइसेंस चल रहे कारोबार की जानकारी मिलते ही, बंद कराया जाता है।

देवरी विस्फोट की यादें ताजा

2016 में मड़िहान तहसील मुख्यालय से सटे देवरी गांव के खमुहवां जंगल में अवैध खदान में हुए विस्फोट से दो मजदूरों की मौत हो गई और चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यहां हुए तेज धमाके के साथ ही पूरे इलाके में धुआं छा गया। चीख-पुकार मचने पर जुटे मजदूरों कई घायलों को बचाने की कोशिश की लेकिन दो की मौत हो गई। इस मामले में अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है।

पकड़े गए थे तीन आतंकी

2013 में प्रधानमंत्री पद के तत्कालीन उम्मीदवार रहे नरेंद्र मोदी की सभा में सिलसिलेवार बम विस्फोट करने की घटना के मास्टर माइंड सहित तीन आतंकियों को एटीएस ने मीरजापुर से गिरफ्तार किया था। इनको भी कोतवाली क्षेत्र के छोटा मीरजापुर से गिरफ्तार किया गया, जहां पर अवैध पटाखा कारोबार चलने की चर्चा होती रहती है।


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