किसानों ने अर्द्धनग्न होकर किया विरोध-प्रदर्शन
राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण में अधिग्रहीत की जा रही किसानों की भूमि के मुआवजे के मामले में किसानों का विरोध लगातार उग्र होता जा रहा है। रविवार को क्षेत्र के जमुई सुंदरपुर में धरनारत किसानों ने भारतीय किसान सेना के अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल के नेतृत्व में अर्द्धनग्न होकर धरना प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण में अधिग्रहीत की जा रही किसानों की भूमि के मुआवजे के मामले में किसानों का विरोध लगातार उग्र होता जा रहा है। रविवार को क्षेत्र के जमुई सुंदरपुर में धरनारत किसानों ने भारतीय किसान सेना के अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल के नेतृत्व में अर्द्धनग्न होकर धरना प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे एसडीएम चुनार जंगबहादुर यादव ने किसानों को बताया कि भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा निर्धारण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया गया है। उपजिलाधिकारी द्वारा मामले के संबंध में जिले के एसएलओ/सीआरओ से वार्ता करने के आश्वासन को आक्रोशित किसानों ने सिरे से खारिज करते हुए जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। किसानों का कहना था कि यदि 15 अक्टूबर तक मुआवजे संबंधित समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो किसान उग्र आंदोलन करेंगे।
लगातार 49वें दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को अर्द्धनग्न होकर जमुई में विरोध जताया। इस दौरान भारतीय किसान सेना के अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल ने कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी किसानों को अपने हक और अधिकार के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। यह देश का दुर्भाग्य है। वर्ष 2009 में जहां भारतीय रेल द्वारा जमुई और सुंदरपुर के किसानों को उनकी जमीनों का मुआवजा क्रमश: चार लाख छत्तीस हजार रुपये व दो लाख बासठ हजार रुपये की दर से दिया गया था वहीं आज केंद्र सरकार के अधीन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा तीस हजार रुपया व पैंतालिस हजार रुपया निर्धारित किया गया है। जो सर्वथा अनुचित है। श्री पटेल ने कहा कि किसानों को 2013 भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाए। डा. धर्मराज सिंह ने कहा कि फोरलेन निर्माण के बाद टोल प्लाजा साठ किलोमीटर की दूरी पर बनाया जाना चाहिए। साठ ही मुआवजा निर्धारण किए जाने में बरती गई अनियमितता समाप्त कर किसानों की मांग के अनुरूप मुआवजा की मांग की। इसके अलावा मुन्ना चौबे ने भी संबोधित किया। इस दौरान अशोक जायसवाल, अमरनाथ सिंह, परमानंद सिंह, राधेश्याम सिंह, साहिल सिंह दीनानाथ, मुकेश कुमार, गनपत कुमार मौर्य, ओमप्रकाश सिंह, रामअवध सिंह, सतीश कुमार सिंह, कृष्णानंद सिंह, गुलाम गौस राईन, धनंजय सिंह, नागेंद्र कुमार आदि थे। -जिलाधिकारी से वार्ता की मांग
मौके पर पहुंचे एसडीएम जंगबहादुर यादव से किसानों ने कहा कि डीएम मौके पर आकर वार्ता करें और किसानों के साथ न्याय करें। यदि किसानों की मांगें नहीं सुनी गई तो किसान रेल रोको समेत सड़क चक्का जाम करने को बाध्य होंगे। -17 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं दो किसान
किसानों के धरना प्रदर्शन में क्षेत्र के योगी सखंडू विश्वकर्मा व अमन सिंह पटेल लगातार 17 दिनों से आमरण अनशन कर रहे हैं। दोनों की हालत धीरे-धीरे नाजुक होती जा रही है। प्रशासन द्वारा लगातार इनका स्वास्थ परीक्षण कराया जा रहा है। आमरण अनशन पर बैठे दोनों किसानों का कहना है कि यदि सरकार ने हमारी मांगों पर विचार नहीं किया तो हम अपनी जान तक दे देंगे।