किसानों को नहीं मिल पा रहा समिति से उर्वरक
क्षेत्र के साधन सहकारी समिति चौकियां पर उर्वरक रहने के बाद भी समिति का लिमिट समाप्त हो जाने से 22 गांवों के 1052 सदस्य किसानों को उर्वरक नहीं मिल पा रहा है। गेहूं की बुवाई करीब आ जाने के बाद भी उर्वरक नहीं मिलने से किसान परेशान है। किसानों का आरोप है कि सचिव द्वारा जानबूझकर किसानों को उर्वरक नहीं दिया जा रहा है एवं सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, जमालपुर (मीरजापुर) : क्षेत्र के साधन सहकारी समिति चौकियां पर उर्वरक रहने के बाद भी समिति का लिमिट समाप्त हो जाने से 22 गांवों के 1052 सदस्य किसानों को उर्वरक नहीं मिल पा रहा है। गेहूं की बुवाई करीब आ जाने के बाद भी उर्वरक नहीं मिलने से किसान परेशान है। किसानों का आरोप है कि सचिव द्वारा जानबूझकर किसानों को उर्वरक नहीं दिया जा रहा है एवं सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
किसानों की संख्या के हिसाब से बैंक मे किसानों का लिमिट नहीं बनाया गया है एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा मनमाने तरीके से मात्र 2.98 करोड़ का लिमिट बनाया गया है। जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। किसानों ने सचिव पर आरोप लगाया कि किसानों को चेक पर उर्वरक देने की बजाए नगद उर्वरक दिए जाने के तुगलकी फरमान से किसान परेशान हैं। किसानों ने इसका विरोध किया है। किसानों ने सचिव एवं विभागीय अधिकारियों के खिलाफ गहरा आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्र के सतीश कुमार सिंह, अमर सिंह, जय प्रकाश सिंह, दुर्गेश द्विवेदी, ओमप्रकाश सिंह, कल्याण सिंह, श्रीप्रकाश सिंह, राजेंद्र सिंह, रामेश्वर मिश्र आदि ने समिति के लिमिट में बढोत्तरी करने एवं चेक पर खाद दिए जाने की मांग की है एवं अविलंब मांग पूरी न होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दिया है।
इस संबंध में सचिव सोहन यादव ने बताया कि समिति की लिमिट वृद्धि के लिए जिले के उच्चाधिकारियों को सूचना भेजी गई है। लिमिट में वृद्धि के बाद किसानों को चेक पर खाद दी जाएगी।