पात्र लाभार्थियों के घर रोशनी की बजाए अंधेरा
सौभाग्य योजना के तहत सरकार प्रत्येक गरीब के घर को बिजली से रोशन करने के लिए पानी की तरह रुपया बहा रही है लेकिन धरातल पर संबंधित विभाग के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं।
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : सौभाग्य योजना के तहत सरकार प्रत्येक गरीब के घर को बिजली से रोशन करने के लिए पानी की तरह रुपया बहा रही है लेकिन धरातल पर संबंधित विभाग के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। उदाहरण के तौर पर राजगढ़ के खोराडीह ग्राम पंचायत में देखने को मिलेगा। जहां पोल व तार लगे हैं लेकिन कनेक्शन नहीं दिया गया है। वही कई स्थानों पर खंभे तो गड़े है लेकिन विद्युत आपूर्ति चालू नहीं किया गया है। ऐसे में पात्रों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है और उनके घर उजाले के बजाए अंधेरे में है।
खोराडीह के भोराबांध मोहल्ले में अभी तक विद्युत पोल नहीं लगाया गया है एवं कहीं पर पोल लगाए गए है लेकिन अभी सप्लाई शुरू नहीं हुई। चौखड़ा ग्राम पंचायत के हरिजन बस्ती में पोल नहीं लग पाए हैं। राजगढ़ क्षेत्र में कई ऐसे जगह है जहां बिजली नहीं पहुंचने से नलजल योजना भी ठप पड़ा है। कुछ दिनों पहले खोराडीह गांव के लोगों ने विरोध किया तब जाकर काम शुरू हुआ। इसी तरह भवानीपुर गांव में भी कई घरों में बिजली नहीं पहुंची है। यहां आदिवासी बस्ती में पोल नहीं लगने से बिजली नहीं पहुंच सकी है। इससे बस्ती वाले परेशान हैं।
सौभाग्य योजना के तहत हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए कंपनी काम कर रही है। इसके तहत घर के नजदीक जरूरत के अनुसार पोल लगाने का काम शुरू तो हुआ लेकिन ठीक से नहीं हुआ। जिसकी वजह से हर घर तक बिजली नहीं पहुंच सकी है। बिजली कंपनी में अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग घर छोड़कर बाहर मजदूरी करने चले गए हैं, जिसकी वजह से उनके यहां कनेक्शन नहीं हो पा रहे हैं। अधिकारी स्वीकार कर रहे हैं कि कुछ बस्तिया छूट गई हैं लेकिन वे काफी दूर एवं एक-दो घर ही थे। पात्रों ने जताई अपनी पीड़ा
खोराडीह के भोराबांध बस्ती में दो दर्जन परिवार रहते हैं। बस्ती के हरिलाल प्रजापति, चंद्रशेखर मौर्या, रंजीत प्रजापति, सर्वजीत पटेल, चंद्रदेव मौर्य आदि पात्रों ने बताया कि उनके यहां बिजली पहुंचने के लिए पोल की जरूरत है लेकिन पोल नहीं लग पाए। पिछले कई वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। इसी तरह भवानीपुर के आदिवासी बस्ती में नलजल योजना के तहत पानी की सप्लाई इसलिए नहीं हो पा रही थी कि वहां बिजली की व्यवस्था नहीं थी।