चुनाव ड्यूटी से बचने का बहाना फेल, प्रशासन ने किया निरस्त
लोकसभा चुनाव में आखिरकार महिला शिक्षकों को भी ड्यूटी करनी ही पड़ेगी चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अब कोई बहाना नहीं चलेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल ने सख्त रवैया अपनाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग में मेटर्निटी अवकाश और सीसीएल के बहाने चुनाव ड्यूटी कटवाने की जुगत में लगी 37 महिला शिक्षकों की अवकाश को निरस्त कर दिया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लोकसभा चुनाव में आखिरकार महिला शिक्षकों को भी ड्यूटी करनी ही पड़ेगी, चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अब कोई बहाना नहीं चलेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल ने सख्त रवैया अपनाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग में मैटर्निटी अवकाश और सीसीएल के बहाने चुनाव ड्यूटी कटवाने की जुगत में लगी 37 महिला शिक्षकों की अवकाश को निरस्त कर दिया है।
लोकसभा सामान्य निर्वाचन को लेकर जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है तो वहीं सरकारी कर्मचारी खासकर महिला कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने की जुगत में लगे हुए हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पूर्व में ही 149 महिला शिक्षकों द्वारा मैटर्निटी अवकाश और सीसीएल के लिए आवेदन बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी को दिया था। जिलाधिकारी ने बोर्ड गठित करके जांच कराई, जिसमें 37 महिलाओं का मैटर्निटी अवकाश और सीसीएल को निरस्त कर दिया है।
-----
'37 महिलाओं का मैटर्निटी व सीसीएल अवकाश को निरस्त कर दिया गया है। संबंधित अध्यापिकाएं एक अप्रैल से अपने अपने विद्यालय पर कार्य करना सुनिश्चित करें।
- प्रवीण कुमार तिवारी, बीएसए।