प्रतिबंध के चलते रेलवे आमदनी पर असर, 90 फीसद घटी आय
प्रदेशव्यापी प्रतिबंध के दूसरे दिन रविवार को स्पेशल ट्रेनों का आवागमन तो शुरू रहा लेकिन कोच में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सवारी कम दिखी। वही महानगरी जोधपुर-हावड़ा तथा अन्य ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों को कोई साधन नहीं मिलने के कारण काफी इंतजार के बाद पैदल ही धूप में अपने गंतव्य को रवाना होना पड़ा। आरक्षण काउंटर पर भी इक्का दुक्का यात्री आते जाते रहे। जिससे रेलवे के आमदनी पर काफी असर पड़ा। मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर 90 फीसद आमदनी कम हो गई है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रदेशव्यापी प्रतिबंध के दूसरे दिन रविवार को स्पेशल ट्रेनों का आवागमन तो शुरू रहा लेकिन कोच में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सवारी कम दिखी। वही महानगरी, जोधपुर-हावड़ा तथा अन्य ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों को कोई साधन नहीं मिलने के कारण काफी इंतजार के बाद पैदल ही धूप में अपने गंतव्य को रवाना होना पड़ा। आरक्षण काउंटर पर भी इक्का दुक्का यात्री आते जाते रहे। जिससे रेलवे के आमदनी पर काफी असर पड़ा। मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर 90 फीसद आमदनी कम हो गई है।
प्रदेश सरकार ने बढ़ते कोरोना के मरीजों का देखते हुए प्रदेश में ढाई दिन का प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। एक भी आटो तक नजर आए और ट्रेनों से उतरने वाले और जाने वाले यात्री पैदल ही आते जाते रहे। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर स्थित आरक्षित काउंटर पर सन्नाटा पसर गया। हालांकि रेलवे के कमाई पर भी काफी असर दिखा। आरक्षण पर्यवेक्षक विपिन कुमार के अनुसार बहुत ही असर पड़ा है बताया कि अनलॉक के दौरान यात्रियों की भीड़ आती थी लेकिन शनिवार से इक्का दुक्का ही यात्री आ रहे है। वह भी टिकट वापसी करने वाले ही है। हालांकि नब्बे फीसद का असर पड़ा है। वहीं स्टेशन पर टी स्टालों पर भी ग्राहक नदारद है।
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यात्री नहीं तो चलो सो लेते है
ट्रेनों से जाने व आने वाले यात्रियों की कमी के चलते रेलवे स्टेशन के कुलियों पर भी असर पड़ा। यात्रियों के न आने के कारण सिर्फ ट्रेनों के निहारते रहे लेकिन जब कोई सवारी नहीं आया तो प्रतीक्षालय में जाकर सो गए। कुली संदीप कुमार ने बताया कि कोई सवारी नहीं आ रहे है, जिसके कारण परेशानी हो रही है। परिवार का खर्च चलाने के लिए एक मात्र यही सहारा था, जिसके चलते परेशानी हो रही है।