डाक्टर साहब गए पीजी करने फार्मासिस्ट देख रहा है मरीज
स्वास्थ्य विभाग भले ही अपनी पीठ थपथपा रहा हो लेकिन धरातल पर कुछ ही अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। उदाहरण के तौर पर न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरोइया को देखा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, जिगना (मीरजापुर) : स्वास्थ्य विभाग भले ही अपनी पीठ थपथपा रहा हो लेकिन धरातल पर कुछ ही अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। उदाहरण के तौर पर न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरोइया को देखा जा सकता है। जहां वार्ड ब्वाय व फार्मासिस्ट द्वारा मरीजों का उपचार किया जा रहा है। चिकित्सक पीजी करने के लिए चले गए। ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल आने पर पता चलता है कि डाक्टर साहब नहीं है। ऐसे में गरीब तबके के लोग भगवान भरोसे उन्हीं लोगों से उपचार कराने को विवश है। क्षेत्र के लोगों ने तत्काल चिकित्सक की तैनाती करने की मांग की है।
न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरोइया के चिकित्सक जून 2018 से पीजी करने के लिए चले गए तब से यह अस्पताल फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे संचालित हो रहा है। कहने को पचास हजार आबादी के स्वास्थ सुविधा हेतु बनाया गया। मौसम परिवर्तन होने के बाद मरीजों की संख्या बढ़ गई है और चिकित्सक बिन मरीज परेशान है। ऐसे में प्रतिदिन पचास से साठ मरीजों की संख्या पंजीकरण पंजिका में दर्ज हो रहे हैं। वही चिकित्सक अभाव के चलते मरीज झोलाछाप से उपचार कराने को मजबूर है। स्वास्थ केंद्र पर तैनात फार्मासिस्ट योगेश कुमार ने बताया कि चिकित्सक एक वर्ष से नहीं है जिससे मरीजों की सख्या घट गई है अस्पताल पर बिजली के लो वोल्टेज के रहने से मरीज व कर्मचारी सभी परेशान हैं। चिकित्सक तैनाती की मांग
इस दौरान प्रधान पुष्पा सिंह, नितिका शुक्ला, जय सिंह, दुर्गावती देवी, जिला पंचायत सदस्य राजेश नारायण तिवारी, सुरेश बिद आदि ने नरोइया स्वास्थ केंद्र पर चिकित्सक के नियुक्ति की जिलाधिकारी से मांग की है।