डाक्टर गायब, तड़पते दिखे मरीज
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर): स्थान : राजगढ़ सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र। दिन : बुधवार। समय : 9
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर): स्थान : राजगढ़ सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र। दिन : बुधवार। समय : 9.55 मिनट। अस्पताल में अधीक्षक, आंख और दांत व हड्डी के चिकित्सक नहीं थे। इनके कक्ष खाली थे और मरीज पर्ची लेकर इधर-उधर भटक रहे थे। डाक्टरों के बारे में कोई बताने वाला नहीं था कि वे कब मिलेंगे। हड्डी रोग से ग्रसित कई मरीज अस्पताल से लौट जा रहे थे।
जागरण टीम जब अस्पताल में पहुंची तो उस समय अस्पताल के अधीक्षक धीरेंद्र के कक्ष की कुर्सी खाली थी। वहां मौजूद कर्मियों से पूछने पर बताया गया कि वे बैठक में भाग लेने गए हैं जबकि इसके आधा घंटे बाद लोगों ने उनको बंगले के बाहर टहलते देखा। अस्पताल में डाक्टर अरुण कुमार और डा. वंशलाल मरीजों को देख रहे थे। इसके बगल में स्थित नेत्र और दंत चिकित्सक के कक्ष खाली थे। आंख और दांत के मरीज डाक्टर के इंतजार में अस्पताल में भटकते रहे। काफी इंतजार के बाद जब डाक्टरों के बारे में जब मरीजों ने जानकारी ली तो अस्पताल कर्मियों ने उनको बताया कि आंख और दांत के डाक्टर संविदा पर तैनात है जो कभी-कभार ही अस्पताल आते हैं। साढ़े दस बजे तक 22 मरीजों का पंजीयन हुआ था। दवा काउंटर पर फार्मासिस्ट नीरज कुमार मरीजों को दवा वितरण कर रहे थे। दवा की उपलब्धता के बारे में बताया कि कुत्ता व सांप काटने और फाइलेरिया की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कूड़ी गांव निवासी शंकर हड्डी के डाक्टर को दिखाने आए थे। निकरिका के भोनू, धनसिरिया के रामलखन ददरा के हीरा लाल, भवानीपुर के पंचमी और राजगढ़ की मालती देवी डाक्टर न होने के कारण अस्पताल में भटकती रही। नहीं है हड्डी रोग और शल्य चिकित्सक
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्यारह कर्मियों को पो¨स्टग है। इसमें हड्डी रोग और सर्जन के डाक्टर नहीं है। जिसकी वजह से एक्सीडेंट और मारपीट की बड़ी घटना होने पर मरीजों को मामूली उपचार के बाद रेफर कर दिया जाता है।