हड्डियां दुरुस्त रखने को न होने दें कैल्शियम व विटामिन-डी की कमी
शरीर के ढांचे को आकार देने वाली हड्डियों की मजबूती उतनी ही जरुरी है जितनी की सांस लेना।हड्डियां कमजोर तो पूरा शरीर कमजोर हो जाता है। दस वर्ष तक के बच्चों की चोट कुछ ही घंटों में ठीक हो जाती है। 10-15 वर्ष तक के किशोरों की हड्डियां छह से आठ घंटे में दुरुस्त हो जाती हैं। 15-30 वर्ष तक की आयु में लगने वाली चोट भी औसतन समय से ठीक हो जाती है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शरीर के ढांचे को आकार देने वाली हड्डियों की मजबूती उतनी ही जरूरी है जितनी की सांस लेना। हड्डियां कमजोर तो पूरा शरीर कमजोर हो जाता है। दस वर्ष तक के बच्चों की चोट कुछ ही घंटों में ठीक हो जाती है। 10-15 वर्ष तक के किशोरों की हड्डियां छह से आठ घंटे में दुरूस्त हो जाती हैं। 15-30 वर्ष तक की आयु में लगने वाली चोट भी औसतन समय से ठीक हो जाती है। 30 वर्ष की आयु के बाद हड्डियों का क्षरण शुरू हो जाता है जिसे नियंत्रित करने के लिए कैल्शियम व विटामिन डी की भरपूर मात्रा लेनी चाहिए। 40 वर्ष की उम्र आते-आते घुटनों की परेशानी होने लगती है। तब संतुलित आहार के साथ-साथ रोजाना टहलना व व्यायाम करना फायदेमंद होता है। इस उम्र में व्यायाम को दिनचर्या बना लेनी चाहिए जिससे हड्डियों की कई परेशानियां महसूस नहीं होती। यह बातें दैनिक जागरण के प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में पहुंचे डा. अतुल बरनवाल ने कही। उन्होंने पाठकों के सवालों का जवाब दिया व उन्हें बीमारियों से बचने के उपाय भी बताए। पेश है बातचीत के मुख्य अंश..
------------------- सवाल : घुटने के दर्द से काफी परेशान हूं, क्या करुं।
जवाब : यह समस्या अब काफी सामान्य हो गई है और इसकी जांच कराने के बाद ही उचित सलाह दी जा सकती है। यह ठीक होने वाली बीमारी है। इस पर काबू पाया जा सकता है।
सवाल : बच्चों के पैर में काफी दर्द होता है, क्या उपाय करूं।
जवाब : बच्चों को कैल्शियम की कमी न होने दें। पौष्टक आहार के साथ ही नियमित रूप से दूध व फल देने से जरुरी तत्व शरीर को मिलते हैं। दर्द की समस्या हो तो चेकअप कराकर दवा कर सकते हैं।
सवाल : कमर में दर्द, दायें व बाएं दोनों तरफ दर्द होता है।
जवाब : कमर के निचले हिस्से में जिस जगह आप दर्द होना बता रहे हैं, उसके कई कारण हो सकते हैं। इसकी जांच करने के बाद दवा से ठीक किया जा सकता है।
सवाल : कमर में भयंकर दर्द होता है, मांसपेशियों में समस्या है
जवाब : मांसपेशियों में समस्या है तो सबसे पहले बेड रेस्ट करें। बाइक चलाना बिल्कुल बंद कर दें और जांच कराएं तो सही इलाज किया जा सकेगा।
सवाल : कमर के निचले हिस्से में हमेशा दर्द बना रहता है।
जवाब : इसके लिए कई तरह के एक्सरसाइज हैं जिन्हें नियमित करने से जरुर आराम मिलेगा। जांच से यह पता चल जाएगा कि आखिर यह समस्या क्यों हो रही है।
सवाल : साटिका की समस्या से परेशान हो गया हूं क्या करुं।
जवाब : कई बार कमर की नस दबने की वजह से पैर कमजोर हो जाते हैं लेकिन यह बीमारी ठीक होने वाली है। जांच व दवा के बाद इसे ठीक किया जा सकता है।
सवाल : गर्दन के दर्द से परेशान हो गया हूं क्या उपार करूं।
जवाब : आजकल गर्दन में दर्द होना आम समस्या बन गया है। लेकिन सही समय पर जांच व दवा से इसे ठीक किया जा सकता है। कुछ आवश्यक व्यायाम हैं जिससे आराम मिलेगा।
सवाल : सर्वाइकल की समस्या हो गई है, सिर भारी रहता है।
जवाब : सर्वाइकल की समस्या आम हो गई है। इसमें दर्द के साथ ही सिर में भारीपन, हाथ पैरों में झनझनाहट, मिचली आने और पेट तन जाने जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
सवाल- कलाई में दर्द रहता है, इससे काफी परेशानी हो रही है।
जवाब : कलाई में दर्द की समस्या को टेनिस एल्बो कहा जाता है। इसे चेक करा लें व यह इंजेक्शन से भी ठीक हो सकता है। समस्या मामूली है तो दवा से भी आराम मिलेगा।
-------------- इन्होंने पूछे सवाल
दुर्गा सीखड़, उपेंद्र द्विवेदी जमालपुर, राजेंद्र प्रसाद सिंह चुनार, अमन चुनार, जितेंद्र नाथ त्रिपाठी जमालपुर, अंकित चौरसिया पटेहरा कलां, अविनाश चंद्र श्रीवास्तव मीरजापुर, विजय कुमार आवास विकास, सुरेश कुमार पटेहरा, अजय प्रताप सिंह नरायनपुर, राकेश कुमार अदलहाट, रविरेश सिंह चुनार, राजेश यादव मलाधरपुर, एसके पांडेय अहरौरा, सुनील कुमार अहरौरा, अजीत कुमार मौर्या अदलहाट, विनोद कुमार राजगढ़, नन्हें विध्याचल।