33 लाख मनरेगा श्रमिकों का मानदेय भुगतान बकाया
विकास खंड के पचास ग्राम पंचायतों को मिला कर अभिलेखीय साक्ष्य के अनुसार 33 लाख का भुगतान मनरेगा में श्रमिकों का बाकी है। जबकि प्रधानों के आंकड़ा से एक करोड़ के लगभग का भुगतान फंसा है।
जासं, पटेहरा (मीरजापुर) : विकास खंड के पचास ग्राम पंचायतों को मिला कर अभिलेखीय साक्ष्य के अनुसार 33 लाख का भुगतान मनरेगा में श्रमिकों का बाकी है। प्रधानों के आंकड़ा से एक करोड़ के लगभग का भुगतान फंसा है। इसके चलते श्रमिक बराबर ब्लाक का चक्कर लगाते थक चुके हैं। गुरुवार को अमोई ग्राम पंचायत की दो दर्जन महिलाओं ने समूह बनाकर खंड विकास अधिकारी से अगस्त के फंसे भुगतान की मांग किया। आरोप था कि पांच माह से खचहा से अमोई संपर्क मार्ग पर मिट्टी फेंका गया है। दो सौ श्रमिकों का दो लाख से ऊपर का पारिश्रमिक बाकी है। श्रमिक सोचे थे कि त्योहार से पहले भुगतान होगा। दीपावली पर्व मौज से कटेगी कितु विभागीय लापरवाही के चलते भुगतान खटाई में फंसता ही दिख रहा है। बीडीओ दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि 33 लाख रुपये का भुगतान नेट से बाकी शासन स्तर से समूचे ब्लाक का शो कर रहा है। बजट आते दीपावली के पहले भुगतान कराया जाएगा।