डीजे पर लगा प्रतिबंध हटाने को आवाज मुखर
डीजे रोड लाइट एवं बैंड बाजा व्यवसायी समिति की ओर से जिलाधिकारी को पत्र देकर डीजे पर लागू पूर्णतया प्रतिबंध हटाने की मांग की है। समिति का कहना है कि विवाह शादी मांगलिक व शुभ कार्य शुरू होने वाले हैं जिसकी एडवांस बुकिग पहले से ही की गई है। समिति का कहना है कि इस व्यवसाय से जनपद में करीब 40 हजार लोग जुड़े हैं और इस पर लगे प्रतिबंध की वजह से इतने लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : डीजे रोड लाइट एवं बैंड बाजा व्यवसायी समिति की ओर से जिलाधिकारी को पत्र देकर डीजे पर लागू पूर्णतया प्रतिबंध हटाने की मांग की है। समिति का कहना है कि विवाह शादी, मांगलिक व शुभ कार्य शुरू होने वाले हैं जिसकी एडवांस बुकिग पहले से ही की गई है। समिति का कहना है कि इस व्यवसाय से जनपद में करीब 40 हजार लोग जुड़े हैं और इस पर लगे प्रतिबंध की वजह से इतने लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
डीजे रोड लाइट एंड बैंड व्यवसायी सोसायटी की ओर जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में यह मांग हुई कि डीजे पर पूर्णतया प्रतिबंध न लगाया जाए। शादी विवाह व अन्य कार्यक्रमों में डीजे पर रोक न लगाई जाए यदि कोई रात दस बजे के बाद भी डीजे बजा रहा है तो उसे बंद करवाया जा सकता है लेकिन पूर्णतया प्रतिबंध न लगे। संरक्षक संतोष गोयल व अध्यक्ष नरेश जायसवाल ने बताया कि पदाधिकारियों सहित चार सौ से ज्यादा लोग इस कारोबार से जुड़े हैं और करीब आठ हजार लोग प्रत्यक्ष रुप से इस व्यवसाय से कमाई कर रहे हैं। इनके परिवार से जुड़े चालीस हजार लोगों का जीवन यापन इससे चलता है। यदि इस पर रोक लगा दी गई तो सभी लोगों के सामने भूखमरी की नौबत आ जाएगी। डीजे संचालकों ने जिलाधिकारी से मांग की, सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहत मिली थी, उसे ही लागू किया जाए और सभी लोग इसका पालन करेंगे। इस दौरान सोसायटी के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।