Move to Jagran APP

Mirzapur News: योजनाओं का सहारा, सरकारी अस्पतालों पर बढ़ रहा गर्भवती महिलाओं विश्वास; ये आंकड़े हैं गवाह

उत्तर प्रदेश सरकार सभी वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कर रही है। इसी क्रम में प्रदेश शासन ने गर्भवती महिलाओं के लिए भी कई प्रकार की योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। जिससे गर्भवती महिलाओं का भरोसा भी सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Thu, 25 May 2023 03:35 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2023 03:35 PM (IST)
सरकारी अस्पतालों पर बढ़ रहा गर्भवती महिलाओं विश्वास। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मीरजापुर, जागरण संवाददाता। सरकारी अस्पतालों में सुविधा बढ़ने व जननी सुरक्षा योजना चलाए जाने के बाद से गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पताल पर विश्वास बढ़ा है। इसके चलते पिछले कुछ सालों से प्रसव की संख्या बढ़ने लगी है। महिलाएं सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने के लिए पहुंच रही है। जिसका लाभ भी उनको मिल रहा है।

loksabha election banner

सरकार की ओर से मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किया रहा है। इसके साथ ही जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने वाली महिलाओं को सहायता राशि भी प्रदान की जा रही है। इसमें ग्रामीण महिलाओं को 1400 व नगरीय महिलाओं को एक हजार रुपये दिए जा रहे है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती होने से लेकर प्रसव के दौरान तक करीब पांच हजार रुपये दिए जाते है। फ्री में इलाज के बाद सरकारी की ओर से पांच से छह हजार रुपये दी जाने वाली धनराशि के चलते गर्भवती महिलाएं अब सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने आ रही है। इससे इनकी संख्या में निरंतर बढ़ रही है।

आकड़ों पर गौर करे तो हो रही बढ़ोतरी

पिछले चार सालों के आकड़ों पर गौर करे तो 2018 के बाद से प्रसव की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2022 व 23 में एक हजार 167 गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने की संख्या बढ़ी है। विभाग की ओर से लगातार प्रसव बढ़ाने की संख्या को लेकर गर्भवती महिलाओं को जागरूक कर रहा है कि यहां प्रसव कराने से सुविधाओ के साथ साथ उनको आर्थिक लाभ से मजबूत किया जाता है। जिससे वह प्रसव के बाद अपने सेहत का ख्याल रखने के लिए बेहतर खाना पीना खा सके।

वर्ष - संस्थागत प्रसव

2018-19 - 40,137

2019-20 - 40,308

2020-21 - 40,223

2021-22 - 41,167

2022-23 - 41,037

किस वर्ष कितने लाभार्थी को दी धनराशि

वर्ष - धनराशि (रुपये)

2018-19 - 6,55,77,685

2019-20 - 6,36,29,824

2020-21 - 6,44,64,241

2021-22 - 5,90,17,842

2022-23 - 6,30,76,750

क्या कहते हैं अधिकारी

डॉ. राजेंद्र प्रसाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में लगातार प्रसव कराने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण है कि उनको सरकारी अस्पतालों बेहतर सुविधा मिलने लगी है। साथ ही प्रसव कराने के बाद उनको कुछ धनराशि भी दी जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.