शीतलाधाम में हटवाया गया अतिक्रमण, विरोध
अदलपुरा के शीतलाधाम मंदिर में मंगलवार की सुबह जिलाधिकारी अनुराग पटेल पहुंचे और यहां की अस्त-व्यस्त व्यवस्था देखकर नाराजगी जताई। उन्होंने खुद ही अतिक्रमण हटवाना शुरू किया जिसका स्थानीय दुकानदारों ने विरोध किया। मामला इतना बढ़ गया कि लामबंद दुकानदार मंदिर का कपाट बंद कराने की तैयारी करने लगे जिसके बाद मंदिर के पुजारी व प्रशासन के समझाने पर मामला शांत हुआ।
जागरण संवाददाता, सीखड़ (मीरजापुर) : अदलपुरा के शीतलाधाम मंदिर में मंगलवार की सुबह जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने पहुंच कर गर्भगृह में माता शीतला के समक्ष शीश नवाया। यहां की अस्त-व्यस्त व्यवस्था देखकर नाराजगी जताई। जिलाधिकारी ने बताया कि लाखों की आस्था के केंद्र इस मंदिर की साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर कराने के हरसंभव उपाय अपनाए जाएंगे। इस दौरान अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई तो स्थानीय दुकानदारों ने विरोध किया। मामला इतना बढ़ गया कि लामबंद दुकानदार मंदिर का कपाट बंद कराने की तैयारी करने लगे जिसके बाद मंदिर के पुजारी व प्रशासन के समझाने पर मामला शांत हुआ।
मंगलवार की सुबह शीतला धाम में रिकार्डतोड़ दर्शनार्थियों के बीच जिलाधिकारी के नेतृत्व में वाहन स्टैंड से शुरू हुआ अतिक्रमण हटाओ व निरीक्षण अभियान कच्चे घाट तक चला। गंदगी से भड़के जिलाधिकारी ने जिलापंचायत राज अधिकारी को 100 सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। गलियों में यहां के दुकानदारों द्वारा लगाए गए प्लास्टिक को उतरवाया गया। कूड़ा पात्र न रखने पर दुकानदारों को डांट लगाई गई। इस कार्रवाई के दौरान एक दुकानदार को थप्पड़ मारे जाने से क्षुब्ध दुकानदारों ने विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दी। गोलबंद दुकानदारों ने मंदिर के कपाट बंद कराने की कोशिश की। मंदिर समिति के अध्यक्ष विजय बहादुर, अशोक पुजारी, प्रेम पुजारी व फूलचंद पुजारी के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। डीएम द्वारा चलाए व्यापक अभियान से मेला क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा लेकिन दर्शन-पूजन में व्यवधान नहीं पड़ा। संकरी गलियों में दुकानें ही दुकानें
शीतला धाम तक पहुंचने के लिए जिस रास्ते का इस्तेमाल किया जाता है उसकी चौड़ाई काफी कम है और मंदिर तक पहुंचते-पहुंचते यह तीन फीट ही रह जाती है। इसमें भी दुकानदारों का सामान बाहर की तरफ लगा रहता है जिससे यात्रियों को आवागमन में असुविधा होती है। इतना ही नहीं कई मकानों में तो बाकायदा वाहन स्टैंड बना हुआ है, जो अंतत: आम यात्रियों की परेशानी का सबब बनता है। दर्शनार्थियों की रिकार्डतोड़ भीड़
मंगलवार को धाम में पहुचे एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के गगनभेदी जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा। वाहन स्टैंड से लेकर मंदिर व पक्के घाट तक पैर रखने तक की जगह नहीं मिली। पुलिस को भीड़ संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि डीएम के जाते ही सरकारी अफसर नदारद हो गए।