आनर किलिग में की थी बेटी की हत्या, पिता गिरफ्तार, प्रेमी फरार
घर से बार बार प्रेमी के साथ भागने वाली बेटी से नाराज पिता ने उसके प्रेमी के साथ ही मिलकर हत्या की साजिश रची थी। दोनों 17 दिसंबर की रात शादी बहाने नेहा 1
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : घर से बा- बार प्रेमी के साथ भागने वाली बेटी से नाराज पिता ने उसके प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। दोनों 17 दिसंबर की रात शादी के बहाने नेहा (18) साल को देहात कोतवाली क्षेत्र के चिदलीक दूबे गांव में ले जाकर उसका मुंह दबाकर हत्या कर दी थी। पहचान छुपाने के लिए पत्थर से उसके चेहरे को कूचकर एक निष्प्रयोज्य कुएं में शव फेंककर फरार हो गए थे। मामले की जानकारी होने पर देहात कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की सुबह साढ़े छह बजे क्षेत्र के जसोवर गांव से मुख्य आरोपित पिता को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए बोल्डर को भी बरामद करते हुए उसे जेल भेज दिया गया। ये बातें पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बताई।
मंगलवार की दोपहर प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 18 दिसंबर को देहात कोतवाली क्षेत्र के चिदलीक दूबे गांव के एक निष्प्रयोज्य कुएं में एक अज्ञात लड़की का शव मिला था। जिसकी आसपास के लोगों से पहचान कराई गई लेकिन किसी ने उसकी पहचान नहीं की। शिनाख्त न होने पर 22 दिसंबर को उसका पोस्टमार्टम कराया गया तो मुंह दबाकर उसकी हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। साथ ही उसके गर्भवती होने का भी मामला प्रकाश में आया। जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी। काफी प्रयास के बाद पता चला कि यह लड़की रामराज की पुत्री नेहा यादव निवासी जसोवर है। जब पुलिस युवती के घर गई तो उसका पिता रामराज नहीं मिला। आशंका होने पर कोतवाल अभय सिंह ने 31 दिसंबर को नेहा के पिता रामराज पुत्र झूरी यादव निवासी जसोवर चट्टी को उसके घर के पास से मंगलवार की सुबह साढ़े छह बजे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ किया तो उसने बताया कि उसने नेहा के प्रेमी राकेश सोनकर पुत्र रामरती सोनकर निवासी चौसा देहात कोतवाली के साथ मिलकर नेहा की हत्या कर शव को चिन्दलिक गांव खेत में फेंका था। फरार चल रहे प्र्रेमी राकेश की तलाश चल रही है।
इनसेट
..तो पिता ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपित पिता रामराज ने बताया कि उनकी बेटी नेहा (18) का संबंध चौसा गांव के राकेश सोनकर पुत्र रामरती सोनकर से हो गया था। कई बार राकेश उसे भगा कर ले गया था। बार-बार समझाने पर नेहा नहीं मान रही थी। जब मुझे पता चला कि वह गर्भवती हो गई है तो उन्होंने राकेश सोनकर को धमकाया कि नेहा को लेकर आओ नहीं तो तुमको बलात्कार व पॉक्सो के मुकदमे में जेल भेजवा देंगे। तब राकेश नेहा को अपनी बाइक पर लेकर आया। अपनी बदनामी से बचने के लिए 17 दिसंबर की देर शाम बेटी को राकेश से शादी करवाने का झांसा देकर उसे राकेश के साथ मोटरसाइकिल पर बैठाकर जसोवर से दूर चिदलीक दूबे नहर पार कर एक सुनसान खेत में ले गया। राकेश को धमकी देते हुए समझाया कि तुम इसकी हत्या में मदद करो नहीं तो तुम्हें जेल भेजवा देंगे। इस पर राकेश ने मेरे साथ मिलकर वहीं गड्ढे में नेहा का मुंह दबा दिया जिससे वह अचेत हो गयी। इसके बाद अगल-बगल रखे पत्थर से हम दोनों ने नेहा का सिर व चेहरा कूच कर हत्या कर दी ताकि उसका चेहरा पहचान में न आ सके। घटना के बाद वह सामान्य रूप से रहकर दूध बेचता रहा ताकि किसी को कुछ पता न चल सके और राकेश भी अपने रास्ते निकल गया। जब गांव के लोग संदेह करते हुए कानाफूसी करने लगे तो मैं कहीं भागने की फिराक में था कि पुलिस ने पकड़ लिया।