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चला सखी रोप आई खेतवन में धानी..

जागरण संवाददाता, मीरजापुर: चल सखी रोपी आई खेतवन में धानी, बरस जाई पानी रे हरि। इस तरह के सुमधुर लोकग

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jun 2018 11:30 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jun 2018 11:30 PM (IST)
चला सखी रोप आई खेतवन में धानी..
चला सखी रोप आई खेतवन में धानी..

जागरण संवाददाता, मीरजापुर: चल सखी रोपी आई खेतवन में धानी, बरस जाई पानी रे हरि। इस तरह के सुमधुर लोकगीत इन दिनों मीरजापुर के गांव-गांव में सुनने को मिल जाएंगे। अच्छे मानसून की चर्चा के बीच किसानों को उम्मीद है कि धान रोप दिया जाए क्योंकि बहुत जल्द बारिश शुरु होने वाली है। इसी आस में धान की रोपाई चालू हो गई है। लोकगीतों की गूंज और खेतों में धान के मुलायम सांडे दिखने लगे हैं। शहर से सटे अर्जुनपुर गांव में सुबह-सुबह महिलाओं का एक जत्था धानरोपनी के गीत गाता हुआ, खेत में प्रवेश कर गया। इसके बाद शुरु हो गई धान की रोपाई और गीतों की जुगलबंदी। एक महिला ने बताया कि सांडा उपारने का गीत अलग होता है और धान रोपने का गीत अलग होता है। इस मौसम में कई ऐसे भी गीत हैं। जिसमें पत्नी परदेस में बसे अपने पति को बुलाने के लिए धानरोपनी गीत का सहारा लेती है। कई बार पुरुष भी अपनी पत्नी को रिझाने-मनाने के लिए धानरोपनी का बहाना बनाते है। यह लोकगीतों में खूब दिखाई देता है। ग्रामीण किसान राजेंद्र ने बताया कि इस बार धान की फसल अच्छी होने की उम्मीद है इसलिए हमने अभी से रोपाई शुरु करवा दी है। अगले महीने बासमती की रोपाई

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बासमती धान रोपने का यह सही समय नहीं है। धान के विशेषज्ञ किसान संतोष ने बताया कि बासमती धान की अच्छी पैदावर व बेहतरीन खुश्बू पानी है तो खूब बारिश होने के बाद ही उसकी रोपाई करानी चाहिए। इस समय जो भी रोपाई हो रही है, वह ट्यूबवेल व निजी नलकूपों के माध्यम से हो रही है। इसलिए किसानों को चाहिए कि बासमती की बुआई के लिए अभी कम से कम 15 से 20 दिन तक इंतजार करें ताकि मानसून पूरी तरह सक्रिय जाए। प्रशासन भी सक्रिय

जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही ¨सचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और धान की पैदावर के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वे ग्रामीण किसानों से संपर्क में रहें और रोपाई के दौरान उनकी मदद करें। विद्युत निगम भी धान रोपनी के दौरान बिजली की आपूर्ति बेहतर करने की बात कह चुका है।


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