डीआइजी ने 24 दारागों को पुलिस लाइन से किया संबद्ध
डीआईजी पीयूष श्रीवास्तव ने महिला अपराध मामलों के निस्तारण में लापरवाही बतरने वाले विध्याचल रेंज के 24 दारोगाओं को पुलिस लाइन से संबंद्ध कर दिया है। सभी को लाइन में रहकर महिला संबंधित लंबित चल रहे विवेचना पूरी करने को कहा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : डीआईजी पीयूष श्रीवास्तव ने महिला अपराध मामलों के निस्तारण में लापरवाही बतरने वाले विध्याचल रेंज के 24 दारोगाओं को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया है। सभी को लाइन में रहकर महिला संबंधित लंबित चल रहे विवेचना पूरी करने को कहा है। चेताया है कि दस दिनों के अंदर सभी विवेचनाओं को पूरी कर उसकी चार्टशीट नहीं लगाने में कामयाब हुए तो उनको निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीआइजी के इस कड़े रूख से तीनों जनपदों के विवेचकों में हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक विध्याचल परिक्षेत्र पीयूष श्रीवास्तव गत दिनों महिला अपराध संबंधी मामले की समीक्षा कर रहे थे। इसमें पाया कि 24 विवेचकों के पास महिलाओं अपराध के मामले के लगभग 60 मामले लंबित चल रहे हैं। विवेचना में लापरवाही बरतने के कारण अभी तक इन मामलों में चार्टशीट नहीं लग पाई है। इससे पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने मीरजापुर, सोनभद्र तथा भदोही के 24 दरोगाओं को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया। सभी को निर्देशित किया कि लाइन से संबंद्ध किए गए उपनिरीक्षक वहां रहकर अपनी लंबित चल रही विवेचना को दस दिन के अंदर पूरा ले। चेतावनी दी कि निर्धारित समय के अंदर वे विवेचना पूरी नहीं कर पाए तो उनके निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी जाएगी। जिसके चलते वे तैयार रहे। इसलिए कार्रवाई से बचना है तो निर्धारित समय के अंदर सभी लोग विवेचना पूरी करते हुए उसकी चार्टशीट लगाने का काम कर दे।