खून की कमी से जूझ रहा ब्लड बैंक
जागरण संवाददाता मीरजापुर कोरोना संकट ने रक्तदान की राह रोक दी है। इससे रक्तदान
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना संकट ने रक्तदान की राह रोक दी है। इससे रक्तदान करने वालों में भारी कमी आई है। वर्तमान में तीन ब्लड बैंकों में मात्र 42 यूनिट खून है, जो इमरजेंसी के लिए सुरक्षित रखा गया है।
जनपद में तीन ब्लड बैंक है। एक मंडलीय चिकित्सालय परिसर में सरकारी ब्लड बैंक, दूसरा मिशन कंपाउंड में निजी तथा तीसरा जंगीरोड स्थित पापुलर हास्पिटल में निजी रक्तकोष है। सरकारी ब्लड बैंक में 300 यूनिट रक्त रखने की क्षमता है। जबकि दोनों निजी चिकित्सालयों में डेढ़-डेढ़ सौ ब्लड रखे जा सकते हैं। सरकारी ब्लड बैंक में कभी 50 से सौ यूनिट ब्लड रहता था। बहुत अधिक कम हुआ तो 30 यूनिट ब्लड जरूर रहता है। वर्तमान समय में सरकारी ब्लड बैंक में मात्र 20 यूनिट खून बचा है। वहीं प्राइवेट में भी 20 से 25 यूनिट ब्लड बचा हुआ है। इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में रक्त समाप्त हो सकता है। ----------- प्रतिमाह दस यूनिट रक्त की है खपत
जनपद में प्रतिमाह दस यूनिट ब्लड की खपत है। जबकि महीने में 20 लोग रक्तदान करते हैं, लेकिन पिछले एक साल से रक्तदान करने वालों में कमी आने पर प्रतिदिन ब्लड बैंक में रक्त की कमी होती जा रही है।
----------- मुफ्त में दिया जाता है रक्त
प्लास्टिक इनीमिया के मरीज को निश्शुल्क ब्लड दिया जाता है। जनपद में ऐसे दो मरीज हैं, जिन्हें हर माह एक यूनिट रक्त दिया जाता है। कभी-कभी तो दो यूनिट भी ब्लड दिया जाता है।
----------- वर्जन
कोरोना के चलते रक्तदान करने वालों में कमी आई है। लोगों को रक्तदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। कमी पड़ने पर एक-दो संस्था के लोग आकर रक्तदान करते हैं।
- डा. राजन, प्रभारी, ब्लड बैंक, मंडलीय चिकित्सालय।