शीतगृह बंद हुआ तो किसान लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई
किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान सेना ने किसानों संग बुधवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज ¨सह पटेल ने कहा कि पदमावती शीतगृह जमुई चुनार बंद होने पर उसमें रखा आलू खराब होने के साथ ही नये आलू को रखने की किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शीतगृह बंद हुआ तो किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान सेना ने किसानों संग बुधवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज ¨सह पटेल ने कहा कि पदमावती शीतगृह जमुई चुनार बंद होने पर उसमें रखा आलू खराब होने के साथ ही नये आलू को रखने की किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शीतगृह बंद हुआ तो किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि शीतगृह को लेकर मामला न्यायालय में चल रहा है, ऐसे में जिलाधिकारी द्वारा शीतगृह को बंद करने का आदेश न्यायोचित नहीं है। शीतगृह के बंद होने से उसमें किसानों का लगभग 40 लाख रुपए का दस हजार कुंतल आलू को दूसरी जगह रखने की समस्या खड़ी हो जाएगी साथ ही खेतों में तैयार आलू को किसान कहां रखेंगे। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद शीतगृह की तरफ से 30 नवंबर तक आलू का निकासी कराने का नोटिस मिला है। किसान तेजबली ¨सह, लालमनि पटेल, हरिहर ¨सह, दिलीप ¨सह ने जिलाधिकारी से अपना आदेश वापस लेने की मांग किया। कहा कि यदि गंभीरतापूर्वक विचारकर आदेश को किसान हित में वापस में नहीं लेते है तो किसान 30 नवंबर से शीतगृह के सामने आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग किया कि आलू की खेती करने वाले किसानों की समस्याओं को देखते हुए शीतगृह बनवाया जाए, जिससे किसानों की समस्या का निराकरण हो सके। धरना प्रदर्शन के दौरान किसानों की मांग के बावजूद पत्रक लेने जिलाधिकारी के नहीं आने पर काफी नाराजगी जताई।