सीएचसी का निर्माण अधूरा डाक्टरों की कर दी तैनाती
जनपद के आधा दर्जन स्थानों पर बनाए जाने वाले सीएचसी भवन अभी बने ही नहीं लेकिन स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। ये स्टाफ कहां तैनात हैं इसकी जानकारी किसी के पास नहीं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद के आधा दर्जन स्थानों पर बनाए जाने वाले सीएचसी भवन अभी बने ही नहीं लेकिन स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। ये स्टाफ कहां तैनात हैं इसकी जानकारी किसी के पास नहीं। हालांकि अधिकांश पीएचसी पर तैनाती का दावा विभाग कर रहा है। इतना ही नहीं चिकित्सालय का पूरा सर्जिकल सामान भी उपलब्ध कराए गए लेकिन इन सामानों का इस्तेमाल कहां किया गया, यह भी रिकार्ड में नहीं है।
जनपद के पांच स्थानों पर मौजूद पीएचसी की सुविधा को हाईटेक करने के लिए इनको सीएचसी में तब्दील करने का निर्णय लिया गया था। हलिया, छानबे के विजयपुर, चील्ह, पड़री तथा सीखड़ ब्लाक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन का निर्देश दिया ताकि वहां ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा मिले। भवन बनाने की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम को सौंपी गई। बजट मिलते ही कार्यदायी संस्था ने निर्माण शुरू कर दिया लेकिन निर्धारित बजट समय से नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य रोक दिया गया। 2013 में दोबारा बजट मिला तो निर्माण कार्य फिर शुरू हुआ लेकिन बीच में ठेकेदार धन हजम कर गए। इससे निर्माण कार्य रूक गया और दोबारा शुरू ही नहीं हो सका। घोटाले की भेंट चढ़े सीएचसी निर्माण की जांच फिलहाल कच्छप गति से चल रही है।
एक सीएचसी पर छह डाक्टर
एक सीएचसी पर छह डाक्टर तैनात किए जाते हैं। इसमें प्रभारी चिकित्साधिकारी समेत अन्य लोग शामिल है। इसके अलावा एक फार्मासिस्ट, तीन वार्ड ब्याय, स्टाफ नर्स शामिल है। इन पांचों सीएचसी पर 30 डाक्टर में से लगभग 20 डाक्टर तैनात होने का दावा किया जा रहा है।
वर्जन
निर्माणाधीन सीएचसी भवन नहीं पूर्ण होने के कारण पीएचसी पर ही डाक्टर तैनात किए गए हैं। पीएचसी को सीएचसी बनाकर चलाया जा रहा है। उसके सामान भी उसी में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
- डा. ओपी तिवारी मुख्य चिकित्साधिकारी