चार हजार बीघा धान सूखने के कगार पर
जासं, कलवारी (मीरजापुर) : मड़िहान विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय परिसर में ब्लाक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पटेहरा के इकलौते सिरसी पंप कैनाल की हालत विभागीय लापरवाही की वजह से खराब है। इससे करीब चार हजार बीघे धान की फसल सूखने के कगार पर है। कैनाल का पंप संख्या एक का मोटर एक महीने से खराब है। पंप नंबर दो का स्टार्टर एक सप्ताह से खराब है। पंप नंबर तीन का पंप चल रहा है लेकिन इसकी भी गैलन डोरी लीक कर रही है। इन छोटी-छोटी खराबियों की वजह से किसानों की हजारों बीघे धान पानी की कमी से सूख सकती है।
¨सचाई के मुख्य सीजन में किसानों की फसल न सूखती यदि पानी पहले ही टेल तक पहुंचा दिया गया होता। यदि दो पंप लगातार चलाए जाएं तो 15 दिनों में पानी नहर के टेल तक पहुंच जाता है जिससे करीब चार से छह हजार बीघे धान की ¨सचाई आसानी से हो जाएगी लेकिन यहां के पंप काम ही नहीं कर रहे हैं। सिरसी पंप कैनाल के नहर का रख-रखाव सिरसी नहर प्रखंड के जिम्मे है। विभाग द्वारा समय रहते न तो सफाई हुई और न ही टूटे स्थलों को बनवाया ही गया। इसकी वजह से पंप से 200 मीटर आगे ही नहर की पटरी टूट गयी है। जिससे लिफ्ट का पानी बह कर नाले व सिवान में बह रहा है। इससे हर फसल के सीजन में किसानों को विभागीय लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
क्या बोले किसान
'दो बड़े ट्रांसफार्मर में एक सही है, जिससे सभी पंप का संचालन किया जा रहा है। एक का केबिल दो माह से जला है। विभाग काम नहीं करता अन्यथा किसानों की ¨सचाई हो जाती।'
मनीष कुमार ¨सह, ग्राम पंचायत घोरी 'तीन संयुक्त विभागों व क्षेत्रीय नेताओं की वजह से किसान दुखी हैं। समय रहते यदि मेंटेनेंस होता रहे तो किसानों की फसल न सूखे। हर वर्ष 50 फीसद फसल विभागीय लापरवाही से सूख जाती है।'
नंदू प्रसाद मौर्य, ग्राम प्रधान पिउरी 'पंप हाउस से लिफ्ट के मुख्य सप्लाई के पाइप में कई जगह लीकेज है जिससे चार कुलाबे का पानी बराबर बर्बाद हो जाता है। यदि इसकी गैलन डोरी बदल दी जाय तो लीकेज बंद हो जायेगा। विभाग नहर का पैसा निकालकर खा जाता है और मरम्मत नहीं होती।'
अर्जुन प्रसाद यादव, ग्राम पंचायत घोरी 'विभागीय लोग जान-बूझकर हर समय लापरवाही करते हैं जिसका खामियाजा हम किसान लोग भुगत रहे हैं। कोई इस समस्या को देखने सुनने वाला नहीं है।'
गिरीश कुमार ¨सह, ग्राम पनियरा -----------
'पंप हाउस के मोटर व स्टार्टर के लिए
मैकेनिक को भेजा गया था। सामान वाराणसी से मंगाया गया है दो दिन के अंदर ही बनवा दिया जायेगा।'
विश्व विजय कृष्णा, अधिशासी अभियंता।