रेलवे आरक्षण काउंटर पर टिकट वापसी को लेकर भीड़
स्थानीय रेलवे स्टेशन के आरक्षित टिकट काउंटर पर सोमवार को टिकट वापसी करने वाले यात्रियों की भीड़ टूट पड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन न करते हुए एक दूसरे पर गिरते हुए नजर आए। हालांकि भीड़ देख काउंटर के अंदर बैठे रेल कर्मी की सूचना पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने दूरी बनाने की अपील करते हुए भीड़ को नियंत्रित कर लाइन लगवाई। इस दौरान दोपहर एक बजे तक सवा लाख रुपये के टिकट वापस किए गए और आमदनी सिर्फ ग्यारह हजार रुपये की हुई।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : स्थानीय रेलवे स्टेशन के आरक्षित टिकट काउंटर पर सोमवार को टिकट वापसी करने वाले यात्रियों की भीड़ टूट पड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन न करते हुए एक दूसरे पर गिरते हुए नजर आए। हालांकि भीड़ देख काउंटर के अंदर बैठे रेल कर्मी की सूचना पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने दूरी बनाने की अपील करते हुए भीड़ को नियंत्रित कर लाइन लगवाई। इस दौरान दोपहर एक बजे तक सवा लाख रुपये के टिकट वापस किए गए और आमदनी सिर्फ ग्यारह हजार रुपये की हुई।
मार्च माह में काफी संख्या में यात्रियों ने विभिन्न स्थानों पर जाने के लिए अलग-अलग ट्रेनों में बर्थ बुक कराए थे लेकिन 22 मार्च से देश में लॉकडाउन होने के कारण रेल परिचालन बंद हो गया। जिसके चलते लोग यात्रा नहीं कर पाए लेकिन रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को सहूुलियत देते हुए पूरा का पूरा रुपया किराया वापस करने का एलान कर दिया और 21 मार्च से तीस जून के बीच टिकट वापस करने का आदेश जारी किया। हालांकि 22 अप्रैल से आरक्षित कार्यालय खुला लेकिन सोमवार को एक साथ सैकड़ों की संख्या में टिकट वापस करने के लिए लोग पहुंच गए। इस दौरान कोरोना संक्रमण को भूलने के साथ एक दूसरे से सटते हुए नजर। भीड़ इतनी थी कि लोग आपस में मारपीट तक करने को उतारू हो गए थे लेकिन सूचना मिलते ही आरपीएफ पहुंच गई और लोगों को कतार में खड़ाकर टिकट वापसी कराए।
वर्जन
यात्रियों के टिकट वापसी तीस जून तक होगी किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है और लोग कोरोना संक्रमण से बचते हुए कतार में खड़े होकर वापस करें और उनका पूरा किराया वापस होगा।
विपिन कुमार, आरक्षण पर्यवेक्षक मीरजापुर।